दक्षिणापथ, दुर्ग। दुर्ग जिला पंचायत अध्यक्ष शालिनी रीवेंद्र यादव ने अपने क्षेत्र के पंचायतों का निरीक्षण कर गौठान अंतर्गत जानकारी ली व महिला समूह द्वारा तैयार किए जा रहे हैं वर्मी कंपोस्ट खाद की तारीफ की। वही पिछले दिनों विपक्ष द्वारा वर्मी कंपोस्ट की गुणवत्ता को लेकर उठाए गए सवाल पर कहा कि खेती बाड़ी के सुधार में लगी महिलाओं के ईमानदार प्रयास और कड़ी मेहनत का अपमान विपक्षी पार्टी कर रही है।
सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा गरवा घुरवा बाड़ी, छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी के अंतर्गत जैविक खाद निर्माण में जी जान से लगे महिला समूह की जमकर तारीफ की।
उन्होंने कहा कि गांव, गरीब,किसान के उत्थान के मूल मंत्र के साथ प्रदेश में भूपेश सरकार लगातार बेहतर कार्य कर रही है और हर क्षेत्र में दूरगामी निर्णय व भविष्य के समृद्ध प्रदेश छत्तीसगढ़ की देश में अलग पहचान बना रहा है। सरकार यहां की भाषा-बोली, रहन-सहन, रीति-रिवाज और छत्तीसगढ़ी संस्कृति सहित देश की विभिन्न संस्कृतियों को सहेजने के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही कृषि क्षेत्र में बुनियादी बदलाव के साथ जैविक पद्धति को स्थाई व गुणवत्तापूर्ण खेती से किसानों को जोड़ने का एक अभिनव प्रयास किया जा रहा है, जिसके शुरुआती चरण में गांव के गौठान से स्व सहायता समूह को आत्मनिर्भर बना कर उनके द्वारा निर्मित कंपोस्ट खाद, वर्मी कंपोस्ट खाद को रासायनिक और बेजान होते जमीन को नवसृजित करने का आरंभ हुआ है। राजीव गांधी गोधन न्याय योजना से पशुपालक खुश हैं तो वहीं वर्मी खाद बनाकर गांव की महिलाएं स्वावलंबी हो रही है और चेहरे पर मुस्कान आ रही है। किसान भी जैविक खेती के महत्व को समझ रहे हैं व धान के अलावा दूसरे फसल लेने के लिए तैयार हो रहे हैं। सरकार के साथ किसान इतने सालों बाद कंधे से कंधा मिलाकर काम करने को तैयार हो रहे हैं लेकिन विपक्षियों के पेट में जबरदस्त पीड़ा हो रही है जो विपक्षियों की मानसिकता को दर्शाता है। निरीक्षण के दौरान ग्राम दमोदा(खुर्सिडिह) सरपंच अश्वनी यादव, खुरसुल सरपंच विक्टोरिया नीलम दिल्लीवार योगिता देशमुख, पूर्णिमा सूर्यवंशी उपस्थित थे।