रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ईडी की छापेमारी और चावल घोटाले के मामले को लेकर कहा कि यह सब भाजपा नेता और गृह मंत्री अमित शाह के इशारे पर हो रहा है। एक्स (ट्वीटर) पर उन्होंने लिखा कि ईडी ने एक बार फिर मनगढंत आरोप लगाकर भाजपा को एक चुनावी मुद्दा दिया है।
शाह के इशारे पर ही अब की बार वे चावल घोटाले की बात कर रहे हैं। ईडी ने 10-12 राइस मिलरों से बयान लेकर अनुमान लगा लिया है। एजेंसी 2,200 मिलरों के बयान दर्ज कर ले, फिर किसी आंकड़े की बात करे ।
सीएम बघेल ने कहा, केवल सरकार को बदनाम करने के लिए आंकड़े जारी न करें। रमन सिंह जब सीएम थे तो हर साल किसानों से खरीदे गए 60-70 लाख टन धान की मिलिंग भी नहीं हो पाती थी। सूखत, चोरी और धान के खराब होने से सैकड़ों करोड़ की हानि होती थी। वे यह नहीं बताएंगे कि कांग्रेस सरकार में कस्टम मिलिंग की नई प्रणाली शुरू होने से 97 लाख टन धान का उठाव बारिश से पहले ही हो गया।
–मुख्यमंत्री बघेल के बयान पर भाजपा का पलटवार
मुख्यमंत्री के बयान पर भाजपा ने एक्स पर प्रतिक्रिया दी है कि घोटाले की परत खुलते ही भूपेश बघेल रटारटाया जवाब देते हैं। प्रदेश की जनता को पता है कि पिछले पांच साल में कांग्रेस सरकार ने जो भी योजना बनाई, उसका उद्देश केवल और केवल भ्रष्टाचार कर पैसे इकट्ठा करना था। पहले कोयला में मुंह और हाथ दोनों काला किए फिर शराब घोटाले में डूबे। कस्टम मिलिंग में कमीशनखोरी करने के लिए 40 रुपये प्रति क्विंटल लूट लिए। सभी के प्रमाण मिले हैं। भाजपा का कहना है कि छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार के घोटालों की जानकारी आम जनता को पता है। गोबर घोटाला, धान घोटाला,गौठान घोटाला, DMF घोटाला हर योजनाओं में इस भ्रष्ट सरकार ने घोटाला किया है। जिसकी जानकारी छत्तीसगढ़ के हर एक व्यक्ति को है। ऐसे में क्या ये बात ED से छुपने वाली है। आज जब ED भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई कर रही है तो इनके पेट मे दर्द हो रहा है। आखिर कांग्रेस और भ्रष्टाचार का क्या रिश्ता है। ये कांग्रेस के नेताओं को और प्रदेश के मुख्यमंत्री को स्पष्ट करते हुए जनता को बताना चाहिए।
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