ग्राम देवता के आसन, छत्र के साथ सड़क पर उतरे ग्रामीण

by sadmin

बकावंड। विकासखंड बकावंड की ग्राम पंचायत मरेठा की शासकीय उचित मूल्य की दुकान के संचालन के मुद्दे ने ग्रामीणों को आंदोलित कर दिया है। उचित मूल्य की दुकान के संचालन की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत को न देकर प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार मरेठा को दे दी जाने से नाराज ग्रामीण अपने बाल बच्चों के साथ सड़क पर उतर आए। ग्रामीणों में मुख्य मार्ग को जाम कर दिया। ग्रामीण इस कदर आक्रोशित थे कि उन्होंने ग्राम देवता के आसन, छत्र, डोली आदि को भी यह कहते हुए ग्राम पंचायत के सामने रख दिया था कि इन्हें भी उपभोक्ता भंडार को सौंप दिया जाए। विधायक लखेश्वर बघेल के खिलाफ भी ग्रामीणों की नाराजगी साफ नजर आ रही थी। वे विधायक का नाम लेकर मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे।

                 ग्रामीणों की मंशा है कि राशन दुकान का संचालन ग्राम पंचायत के माध्यम से किया जाए। बस्तर के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व द्वारा आदेश जारी कर राशन दुकान संचालन का दायित्व प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार मर्यादित मरेठा को सौंप दिया गया था। इसके विरोध में ग्रामीणों ने कलेक्टर बस्तर को आवेदन दिया था। गुण दोषों के परीक्षण के आधार पर प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार मर्यादित मरेठा से राशन दुकान वापस लेकर ग्राम पंचायत छोटे जीराखाल के जरिए संचालन हेतु आदेश दिया गया था। इसके बाद पुनः अनुविभागीय अधिकारी ने राजनैतिक दबाव का हवाला देते हुए इस आदेश को निरस्त कर राशन दुकान संचालन की जिम्मेदारी प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार मर्यादित मरेठा को देने का आदेश दे दिया गया। 11 अगस्त को खाद्य निरीक्षक बकावंड की उपस्थिति में पुलिस बल के साथ छोटे जीराखाल से प्रभार प्राथमिक सहकारी उपभोक्ता भंडार मर्यादित मरेठा को दिला दिया गया और उचित मूल्य की दुकान में ताला लगा दिया गया। इस कार्रवाई से ग्राम पंचायत मरेठा के सभी ग्रामीण आक्रोशित हो उठे। ग्रामीण मेन रोड पर पहुंचकर चक्काजाम करने लगे। विरोध प्रदर्शन में दिनभर ग्राम पंचायत के हर परिवार के सभी सदस्य सड़क पर धरना देते बैठे रहे। यह समस्या क्षेत्रीय विधायक लखेश्वर बघेल के कार्यकर्ताओं की करतूत के कारण उत्पन्न हुई है। चक्काजाम और प्रदर्शन कर रहे ग्रामीण बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल मुर्दाबाद का नारा लगा रहे थे।ग्राम के गांयता, पुजारी, पटेल, कोटवार सभी लोग मिलकर ग्राम देवता का आसन, छत्र, डोली, नगाड़ा, मोहरी को भी प्राथमिक उपभोक्ता भंडार सहकारी समिति को सौंपने के लिए पंचायत के पास रख दिया था। धरना प्रदर्शन के दौरान पूर्व विधायक डॉ. सुभाऊ कश्यप भी पहुंच गए। उन्होंने इस मुद्दे और ग्रामीणों की मंशा को कलेक्टर साहब बस्तर के समक्ष रखकर 3 दिन में समाधान कराने का आश्वासन दिया। इसके बाद राशन दुकान जाकर ग्रामीणों ने अपनी ओर से एक और ताला जड़ दिया। यह खबर लगते ही बकावंड के तहसीलदार और खाद्य निरीक्षक भी पहुंच गए। मीडिया के लोगों ने जब खाद्य निरीक्षक से बात की तो उन्होंने कहा कि वे इस बारे में कुछ नहीं कहूंगी, एसडीएम ही बताएंगे।

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