दुर्ग, ShorGul.news । नगपुरा में 6 माह के मासूम की गुमशुदगी और हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। इस मामले में पुलिस ने मासूम की जननी मां पर संदेह व्यक्त करते हुए हिरासत में लिया है। पुलिस को संदेह है कि तंत्रक्रिया को अंजाम देने इस घटना को अंजाम दिया गया है। फिलहाल पुलिस हत्या के कारण की पतासाजी करने महिला से पूछताछ कर रही हंै।
ज्ञात हो कि नगपुरा पुलिस के सामने शुक्रवार की सुबह गांव से एक 6 माह के मासूम की देर रात गुमशुदगी की शिकायत आई थी। शिकायत में बताया गया था कि ग्राम की निवासी मालती का विवाह हिर्री निवासी दिलीप यादव के साथ हुआ था। मालती प्रसव के उद्देश्य से अपने मायके नगपुरा आई थी। यहां उसने लगभग 6 माह पूर्व एक बालक शिशु को जन्म दिया दिया था। प्रसव के बाद मालती अपना इलाज कराने मायके में ही रूकी थी। गुरुवार की रात वह अपनी मां मुन्नी बाई के साथ शौच के लिए बाहर गई थी। वापस आने पर उसका शिशु बिस्तर पर नहीं था। इसकी जानकारी मालती यादव ने अपनी मां और भाई हरेंद्र यादव को दी। पुलिस शिशु की पतासाजी में जुटी थी, तभी नगपुरा कोटनी मार्ग पर शिवनाथ नदी से एक शिशु का शव बरामद होने खबर सामने आई। बरामद शव नगपुरा से गुम शिशु का था। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की थी।
इस मामले का खुलासा करते हुए एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि विवेचना के दौरान क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। दो स्थानों पर काले कपड़े पहने एक महिला शिशु को लेकर जाती दिखी। गांव वालों से पूछताछ में फुटेज में मौजूद शिशु का ही शव ही नदी से बरामद हुआ था और महिला शिशु की मां मालती यादव के होने की पुष्टि हुई। फुटेज देर रात उसी समय का है जिस समय पर शिशु गुमशुदगी बताई जा रही है। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शिशु द्वारा मौत से आधा घंटा पूर्व दूध पीने तथा पानी में जाने से पहले जिंदा होने का खुलासा हुआ है। जिससे इस घटना को अंजाम शिशु की मां द्वारा ही दिया जाना स्पष्ट होता है। संदेह की जिस प्रकार से महिला काली साड़ी पहनी है उससे इस घटना को तंत्र क्रिया के अंजाम दिया जाना प्रतीत होता है। वहीं महिला की मानसिक स्थिति भी ठीक न होने की जानकारी मिली है।
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