भिलाई, ShorGul.news । भिलाई इस्पात संयंत्र के निगमित सामजिक उत्तरदायित्व विभाग द्वारा संयंत्र एवं संयंत्र की खदानों के परिधीय ग्रामों में अनेक प्रकार के रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। इसी कड़ी में नारी सशक्तीकरण के मद्देनजर ग्राम बोरई दुर्ग में ड्राई फ्लावर शिल्प प्रशिक्षण 25 फरवरी से 24 मई तक प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रशिक्षणकर्ता छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के सहयोग से प्रारंभ किया गया है। इस प्रशिक्षण में ग्राम बोरई दुर्ग की कुल 25 महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान किये जाने के साथ ही प्रशिक्षण अवधि के दौरान प्रत्येक प्रशिक्षणार्थी को 3000 रुपये प्रतिमाह प्रशिक्षण भत्ता भी प्रदान किया जायेगा।
उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित भिलाई इस्पात संयंत्र के वरिष्ठ प्रबंधक (एल एंड ए) शैलेन्द्र ढोके ने अपने उद्बोधन में कहा कि आज ड्राई फ्लावर शिल्प एवं इससे संबंधित हस्तकला के माध्यम से बनाए गए सामग्रियों की मांग पूरे देश में निरंतर बढऩे के साथ सभी की पसंदीदा होती जा रही है। इस तरह के प्रशिक्षण के बाद घरों में रहकर कार्य करने वाली महिलायें आत्मनिर्भरता के साथ एक अच्छी आय अर्जित कर सकती है। इस तरह के प्रशिक्षण महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए अहम भूमिका के साथ ही अपने पैरों में खड़ा होने के लिए सतत रूप से चलाया जाना आवश्यक है।
कार्यक्रम में उपस्थित छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के प्रबंधक सी एस केहरी ने प्रशिक्षार्थियों को बताया कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम महिलाओं के कार्य में गुणवत्ता लाने, घर पर ही रोजगार का सृजन कर एक अतिरिक्त आय अर्जित करने हेतु कारगर होते है, इसलिए आप सभी प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण में रहकर गुणवत्तायुक्त इस ड्राई फ्लावर बनाने की कला अर्जित करें। इस प्रशिक्षण के उद्घाटन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में ग्राम बोरई दुर्ग के जनपद सदस्य थाना बाई ठाकुर, पूर्व जनपद सदस्य शिव कुमारी वैष्णव, उप सरपंच लोचन सिन्हा, बिंदु एवं छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड से सी एस केहरी, शरद साहू, नितेश, मनोज एवं कार्यक्रम की प्रशिक्षिका नीरजा स्वामी हलधर आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन सीएसआर विभाग के अंजनी कुमार द्विवेदी द्वारा किया गया। कार्यक्रम के सफलतापूर्वक आयोजन में आशुतोष सोनी सहित अन्य का सराहनीय योगदान रहा।
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