आईटी सेक्टर में खुलेंगे नौकरियों के दरवाजे, मूनलाइटिंग बहस का बड़ा मुद्दा बना

by sadmin

भारत में रोजगार की तलाश में भटक रहे युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। दुनिया भर में जहां बड़ी कंपनियां अपने कर्मचारियों को काम से निकाल रही हैं तब भारत के आईटी सेक्टर में नौकरियों के दरवाजे खुल रहे हैं। आर्थिक मंदी की आहट के बीच भारतीय आईटी सेक्टर किसी और ही मुद्दे पर बहस कर रहे हैं। भारतीय कंपनियों के बीच मूनलाइटिंग बड़ा मुद्दा बना हुआ है, जिसके चलते कई सारे लोगों की नौकरियां गई हैं। दरअसल, पिछले कुछ महीनों में फेसबुक, मेटा, अमेजन जैसी टॉप कंपनियों ने अपने यहां बड़े पैमाने पर लोगों की छंटनी की है। लोगों की छंटनी की रफ्तार काफी तेज रही है। सबसे ज्यादा छंटनी ट्विटर और फेसबुक जैसी कंपनियों में हुई है, जहां हजारों की संख्या में लोगों को नौकरी से निकाला गया है।

Moonlighting पर कंपनियों ने रुख साफ

विप्रो, एचसीएल, टेक महिंद्रा, इंफोसिस और टीसीएस जैसी आईटी सेक्टर की दिग्गज कंपनियों ने Moonlighting पर अपना रुख साफ किया है।  उन्होंने ऐसा करने वाले कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया है। हालांकि इस बीच IT Sector में जॉब की तलाश कर रहे युवाओं के लिए राहत भरी खबर आई है। इंफोसिस के को-फाउंडर क्रिस गोपालकृष्णन ने नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं को आशा की एक किरण दिखाई है।

Moonlighting  यानी मूल नौकरी के साथ चोरी-छिपे दूसरी नौकरी

दरअसल मूनलाइटिंग अलग तरह का जॉब है। जब कोई कर्मचारी अपनी मूल नौकरी के साथ दूसरी जगह भी चोरी छिपे नौकरी करता है, तो उसे तकनीकी तौर पर मूनलाइटिंग कहा जाता है। आसान भाषा में इसे जॉब भी कह सकते हैं पर ज्यादातर कंपनियां इसे अनैतिक मानती हैं। बावजूद इसके लोग मूनलाइटिंग करते हैं। आईटी सेक्टर में मूनलाइटिंग बहस का विषय बन गया है। कोरोना संक्रमण के दौरान घर से काम करना सामान्य मानदंड माना गया, जिसके बारे में माना जाता है कि इससे दोहरे रोजगार में बढ़ोत्तरी हुई है। 

IT Sector 10% की दर से बढ़ेगा

बेंगलुरू टेक समिट के 25वें एडिशन में बात करते हुए क्रिस गोपालकृष्णन ने कहा कि भारतीय आईटी इंडस्ट्री महंगाई और अमेरिकी मंदी जैसी समस्याओं के बीच आने वाले वक्त में 2 लाख कर्मचारियों को काम पर रखेगा। गोपालकृष्णन ने कहा कि भारतीय आईटी इंडस्ट्री के राजस्व में 220 बिलियन डॉलर के आधार पर 8-10% की दर से बढ़ने की उम्मीद है।  AI/ML, ब्लॉकचेन, वेब 3.0, मेटावर्स के साथ टेक्नोलॉजी सेक्टर के आगे बढ़ने का दौर जारी है।  यही कारण है कि मेरा मानना ​​है कि इंडस्ट्री का विकास जारी रहेगा।  उन्होंने इस बात का उल्लेख किया कि छंटनी बाजार में बहुत ही अल्पकालिक उतार-चढ़ाव हैं, मैं भविष्य को लेकर बहुत आशावादी हूं।

मैसूर, मंगलुरु, बेलगाम और हुबली में छोटे ऑफिस 

खोलकर चुनौतियों से पार पा रही हैं कंपनियां

इंफोसिस के को-फाउंडर ने कहा कि आईटी सेक्टर सुरक्षित तौर पर आगे बढ़ता रहेगा क्योंकि कंपनियां मैसूर, मंगलुरु, बेलगाम और हुबली में छोटे ऑफिस खोलकर चुनौतियों से पार पा रही हैं। उन्होंने कथित तौर पर भारत के पब्लिक डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) और ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) जैसे प्राइवेट आंत्रप्रन्योर के अनूठे मॉडल की सराहना करते हुए कहा कि यह विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में लोगों के लिए तेजी से विकास और सेवाओं तक पहुंच का खाका है।

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