छत्तीसगढ़ में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है, बीजेपी पिछले 3 महीने से लगातार बदलाव कर रही है। इस बदलाव की आंधी में सूबे के प्रदेश प्रभारी से लेकर अब जिला के अध्यक्षों तक का नाम शामिल हो गया है। सबसे पहले बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष फिर नेता प्रतिपक्ष और फिर बीजेपी प्रदेश प्रभारी बदल दिए गए। चुनाव से पहले आने वाले 10 से 11 महीनों में अभी कौन-कौन से चेहरे बदल दिए जाएंगे, ये आने वाला वक्त तय करेगा।
मंगलवार देर रात सूबे की राजधानी रायपुर के बीजेपी दफ्तर से 13 जिला अध्यक्षों के बदले जाने का फरमान जारी हुआ। इससे पहले 9 अगस्त को प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष को बदलने का आदेश जारी हुआ था। विष्णुदेव साय की जगह अरुण साव को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया। इसके बाद 17 अगस्त को नेता प्रतिपक्ष को बदलने का आदेश जारी हुआ। धरमलाल कौशिक की जगह नारायण चंदेल को जिम्मेदारी दी गई, और फिर करीब एक महीने में डी पुरंदेश्वरी को हटाकर ओम माथुर काे छत्तीसगढ़ का नया भाजपा प्रदेश प्रभारी बना दिया गया।
छत्तीसगढ़ के कई जिलों में जिला अध्यक्ष बदले जाने को लेकर पिछले कई दिनों से कवायद चल रही थी। आखिरकार प्रदेश अध्यक्ष अरूण साव ने 13 जिलों के अध्यक्षों के बदलाव पर मुहर लगा ही दिए। राजधानी रायपुर के अलावा भिलाई, राजनांदगांव, नारायणपुर, मोहला-मानपुर, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई,कोरिया, जशपुर, सारंगढ़, सुकमा, सक्ती, जांजगीर-चांपा के जिला अध्यक्षों को बदला गया है।
दरअसल बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का पिछले महीने सितंबर में रायपुर का दौरा था, लेकिन बदलाव की सुनामी ठीक एक महीने पहले अगस्त से ही शुरू हो गई थी। लिहाजा एक-एक कर सबसे पहले विष्णुदेव साय,फिर धरमलाल कौशिक, और तीसरे नंबर पर डी पुरंदेश्वरी को उनके प्रभार से मुक्त किया गया। इन बदलावों से ये अंदाजा तो लगाया जा सकता है, कि अगले साल 2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी नए टीम लीडरों के साथ चुनावी मैदान में उतरने के मूड में है, अब बीजेपी का सीएम चेहरा कौन होगा ? इस पर मुहर लगना अभी बाकी है। इसी साल सबसे पहले 9 अगस्त को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बदलने का केंद्रीय हाईकमान ने आदेश जारी किया था। विष्णुदेव साय पार्टी आदिवासी चेहरा के तौर पर प्रदेश अध्यक्ष का जिम्मा संभाल रहे थे। जिन्हें विश्व आदिवासी दिवस के दिन पद से हटा दिया गया था,और अरुण साव को नए अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई थी। इस समय वह बिलासपुर से सांसद भी हैं।
बीजेपी के सीनियर नेता धरमलाल कौशिक छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे थे, लेकिन 17 अगस्त 2022 को फरमान जारी होने के बाद नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी नारायण चंदेल को दे दी गई थी। BJP विधायक दल की बैठक में तत्कालीन प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी ने उनके नाम की घोषणा की थी। नारायण चंदेल फिलहाल जांजगीर-चांपा से विधायक भी हैं।
जिस दिन ये आदेश जारी हुआ था उस दिन बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा रायपुर के दौरे पर ही थे, और उन्हीं के निर्देश के बाद डी पुरंदेश्वरी को पद से हटाकर राजस्थान के ओम माथुर काे छत्तीसगढ़ का नया भाजपा प्रदेश प्रभारी बना दिया गया था। ये फरमान जब आया था, उस दौरान पुरंदेश्वरी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ रायपुर के प्रदेश भाजपा कार्यालय में बैठक कर रहीं थीं। इस बड़ी सर्जरी को लेकर कई तरह की चर्चाएं हुईं थी। भाजपा के वरिष्ठ नेता ओम प्रकाश माथुर को केंद्रीय चुनाव समिति में भी शामिल किया गया है। बीजेपी ने तीनों बड़े पद बदलने के बाद प्रदेश के 13 जिलों के अध्यक्ष बदल दिए।