दशहरे पर बने हैं ये तीन शुभ योग, नारियल से चमकाएं किस्‍मत

by sadmin

दशहरे पर इस बार 3 शुभ योग बने हैं जो कि धन वृद्धि और सुख समृद्धि के लिए बेहद खास माने जा रहे हैं। इस बार पंचांग के अनुसार दशहरा अर्थात विजयादशमी पर तीन शुभ योग बन रहा है। दशहरे के दिन रवि, सुकर्मा और धृति योग का विशेष संयोग बनने से इसका महत्व दोगुना हो रहा है जिसका ज्योतिष में विशेष महत्व माना जा रहा है। ज्योतिष के अनुसार नारियल के कुछ खास उपाय जो धन संपत्ति में दोगुना वृद्धि कर सकते हैं। भारतीय धर्म संस्कृति में नारियल का बहुत महत्व है। मंदिर में नारियल फोड़ने और चढ़ाने का रिवाज है। हिंदू धर्म में वृक्षों के गुणों की व्याख्या कर उसके महत्व को समझाते हुए धर्म से जोड़ा गया है। उनमें ही नारियल का पेड़ भी शामिल है। नारियल को ‘श्रीफल’ भी कहा जाता है। आइए जानते हैं क्या हैं ये उपाय।

ऋ‍ण मुक्ति के लिए
एक नारियल पर चमेली तेल और सिंदूर से स्वास्तिक चिह्न बनाएं। लड्डू के साथ हनुमानजी के मंदिर में जाकर उनके चरणों में अर्पित कर ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करें। तत्काल लाभ प्राप्त होगा, लेकिन ध्यान रहे कि स्वास्तिक बनाते समय स्वास्तिक चिन्ह की रेखाएं नीचे से ऊपर की ओर करते हुए बनाना है।

ऋण मुक्ति के लिए
दशहरे के दिन सुबह नित्य कर्म व स्नान आदि करने के बाद अपनी लंबाई के अनुसार काला धागा लें और इसे एक नारियल पर लपेट लें। इसका पूजन करें और उसको नदी के बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें। साथ ही भगवान से ऋण मुक्ति के लिए प्रार्थना करें।

व्यापार लाभ हेतु
अगर लगातार घाटा हो रहा है तो दशहरे के दिन एक नारियल सवा मीटर पीले वस्त्र में लपेटकर एक जोड़ा जनेऊ, अपनी सामर्थ्य अनुसार मिष्ठान्न लेकर आस-पास के किसी भी श्रीराम मंदिर में चढ़ा दें। तत्काल व्यापार में लाभ होने लगेगा।

धन आता तो है लेकिन बचत नहीं हो पा रही है और परिवार आर्थिक संकट में घिर जाता है। ऐसे में दशहरे के दिन माता लक्ष्मी के मंदिर में एक जटावाला नारियल, गुलाब, कमल पुष्प माला, सवा मीटर गुलाबी कपड़ा, सफेद कपड़ा, चमेली, दही, सफेद मिष्ठान्न एक जोड़ा जनेऊ के साथ माता को अर्पित करें। इसके पश्चात मां की कपूर व देसी घी से आरती उतारकर श्री सूक्त या श्रीकनकधारा स्तोत्र का पाठ करें। आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।

बुरी नजर से बचने के लिए
शनि, राहू या केतु संबंधित कोई समस्या है अथवा कोई ऊपरी बाधा हो, काम बनते बनते बिगड़ जाता हो, कोई अनजाना भय आपको भयभीत कर रहा हो या ऐसा लग रहा हो कि किसी ने आपके परिवार पर कुछ कर दिया है, तो इसके निवारण के लिए दशहरे के दिन एक जलदार जटावाला नारियल लेकर उसे काले कपड़े में लपेटें। 100 ग्राम काले तिल, 100 ग्राम उड़द की दाल तथा 1 कील के साथ उसे बहते जल में प्रवाहित करें। ऐसा करना बहुत ही लाभकारी होता है।

कालसर्प दोष हो
जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष हो या राहु-केतु अशुभ फल दे रहे हों तो सूखा नारियल या काला-सफेद रंग का कंबल दान करना चाहिए। ऐसा समय समय पर करते रहने से उक्त दोष दूर हो जाता है।

सफलता पाने हेतु
यदि कोई कार्य अथक प्रयास के बाद भी नहीं हो रहा है तो आप एक लाल सूती का कपड़ा लें और उसमें रेशेयुक्त नारियल को लपेट लें और फिर बहते हुए जल में प्रवाह कर दें। जिस वक्त आप इसे जल में बहा रहे हों उस वक्त उस नारियल से सात बार अपनी कामना जरूर कहें।

बीमारी या संकट टालने हेतु
एक पानी वाला नारियल लें और उसे अपने उपर से 21 बार घुमाकर किसी रावण दहन की आग में डाल दें। ऐसा घर के सभी सदस्यों के ऊपर से घुमाकर करें तो अति उत्तम होगा।

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