गृह मंत्री अमित शाह के दौरे के बीच जम्मू-कश्मीर में डीजी जेल (डायरेक्टर जनरल ऑफ प्रिजन्स) हेमंत लोहिया की सोमवार देर रात हत्या कर दी गई है। हत्या के बाद डीजी के शव को जलाने का प्रयास किया गया है। डीजी की लाश उनके ही घर पर मिली। वहीं उनका नौकर फरार है। पुलिस ने डीजी के शव को पीएम के भेज दिया है। इधर मंगलवार सुबह आतंकी संगठन टीआरएफ ने हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए सोशल मीडिया में इस बात की जानकारी दी है।
ये संगठन पिछले कुछ समय से जम्मू कश्मीर में सक्रिय है। हत्या का शक डीजीपी लोहिया के ही नौकर पर जा रहा है, जो सीसीटीवी फुटेज में वारदात के बाद भागता नजर आया है। डीजीपी के फरार नौकर की पहचान रामबन निवासी यासिर के रूप में हुई है।
दरअसल, दोमाना क्षेत्र के उदयवाला में डीजीपी लोहिया दोस्त संजीव खजूरिया के घर पत्नी के साथ गए थे। डीजीपी के दोस्त संजीव खजूरिया का भाई राजू खजूरिया पुलिस में एसपीओ है, जो फिलहाल संजीव का पीएसओ भी है। उससे पुलिस पूछताछ कर रही है। पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने इसे ‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण’ घटना बताया और कहा कि जसीर नामक घरेलू सहायक को पकड़ने के लिए तलाश अभियान शुरू किया गया है। सिंह ने बताया कि संदिग्ध ने 57 वर्षीय लोहिया के शव को आग लगाने का भी प्रयास किया। लोहिया को अगस्त में केंद्र शासित प्रदेश के जेल महानिदेशक के रूप में पदोन्नत और नियुक्त किया गया था।