सूरजपुर,सामुदायिक स्वास्थ्य कन्द्रों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा दूरस्थ और पहुंच विहीन क्षेत्रों के हाट बाजारों में आने वाले ग्रामीणों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैय्या कराने के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना का भरपूर लाभ ग्रामीणों को मिल रहा है। सप्ताहिक हाट बाजार में आने वाले जरूरतमंद लोगों का निःशुल्क इलाज एवं दवाई का वितरण किया जा रहा है । जिले के 6 विकास खंडों के अंतर्गत लगने वाली सप्ताहिक हाट बाजार में मरीजों का उपचार हाट-बाजारों के क्लिनिक में किया जा रहा है। विगत 13सितंबर को सूरजपुर विकासखंड अंतर्गत लगने वाले हाट बाजार के अजबनगर में 30, कुंदा में 61, दातिमा में 91, महेशपुर में 50, मानी में 61 कुल 293 ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उनका उपचार एवं दवाई का निःशुल्क वितरण किया गया। इसी तरह विकासखंड प्रतापपुर के धर्मपुर में 79, लोलकी में 65, कुल 144, भैयाथान के केवरा में 63, सिरसी में 54, कुल 117,रामानुजनगर में 92, ओड़ागी ब्लॉक के भंवरखोह में 53, कैलाश नगर में 21, पकनी में 52, थाड़पथेर में 44 कुल 170 एवं प्रेमनगर ब्लॉक के दुर्गापुर में 52 तथा कोटल हाट बाजार में 38 मरीजों का निशुल्क इलाज कर दवाई वितरण किया गया। इस तरह 13 सितंबर को लगाए गए हाट बाजार क्लिनिक योजना से कुल 906 मरीजों को चिकित्सा लाभ प्रदाय किया गया है।जिला प्रशासन द्वारा अब सभी 6 विकासखण्डों के लिए एम्बुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध करा दी गई है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर एस सिंह ने बताया कि कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा के निर्देशानुसार चिन्हांकित साप्ताहिक हाट बाजार में मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना नियमित संचालित किया जा रहा है जिसमें सर्दी, खांसी, बुखार जैसी सामान्य बीमारियों के स्वास्थ्य परीक्षण के अलावा मलेरिया, टी.बी., एचआईव्ही, रक्तचाप, मधुमेह, रक्ताल्पता, कुष्ट रोग, नेत्र विकार, डायरिया सहित गर्भवती महिलाओं एवं शिशुओं का टीकाकरण करने के अलावा स्वास्थ्य संबंधी परामर्श और इलाज कर उन्हें निःशुल्क दवाइयां दी जाती हैं। मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना के अंतर्गत जिले के ऐसे ग्राम जहां हाट-बाजार लगते हैं तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं सामुदायिक स्वास्थ्य कन्द्रों से दूर हैं, वहां स्वास्थ्य विभाग द्वारा शिविर लगाकर ग्रामीणों को चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है, जिसका लाभ ग्रामीणों को मिल रहा है। सुदूर अंचल तक तक पहुंच रही है हाट बाजार क्लिनिक योजना गौरतलब है कि आदिवासी समुदाय भले ही जंगलों एवं पहाड़ों को आम तौर पर न छोड़े , लेकिन बाजार करने के लिए वो नियमित रूप से गांवों में आते ही हैं। यही वजह रही की मुख्यमंत्री की दूरदर्शी सोच ने हाट बाजार क्लिनिक योजना का रूप लिया। अब आदिवासी जनता को अस्पतालों तक पहुंचने की जरूरत नहीं है, बल्कि अस्पताल खुद उनके घरों के पास पहुंचता है। सूरजपुर जिले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी हाट बाजार क्लिनिक योजना से सुदूर एवं पहुंच विहीन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुँच अब काफी आसान हो गई है। शहरों से लेकर दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के हाट बाज़ारों तक हाट बाजार क्लिनिक के माध्यम से निःशुल्क परामर्श, जांच तथा दवाइयां उपलब्ध हो रही हैं और इससे योजना की लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है।