पाकिस्तान से हार के बाद भारतीय टीम के लिए एशिया कप में बने रहने के लिए हर मुकाबला करो या मरो वाला हो गया है। एक हार उसे फाइनल की दौड़ से बाहर कर सकती है। सात बार की विजेता टीम इंडिया जब मंगलवार को ‘सुपर फोर’ मुकाबले में श्रीलंका के सामने होगी तो उसे अपने गेंदबाजों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की जरूरत होगी। अब उसके लिए टूर्नामेंट में बने रहने के लिए ज्यादा प्रयोग की गुंजाइश भी नहीं बची है।
चोटिल रविंद्र जडेजा, हर्षल पटेल और जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में भारत के पास गेंदबाजी में खिलाने ज्यादा विकल्प भी नहीं हैं। भारत के पास जो गेंदबाज हैं उनमें निरंतरता की कमी है। खासतौर पर युजवेंद्र चहल इस वक्त रोहित शर्मा की चिंताओं का कारण होंगे। पाकिस्तान के खिलाफ रविवार को पांच गेंदबाजों के साथ खेलना भी भारत को रास नहीं आया। उसे एक अतरिक्ति तेज गेंदबाज की कमी खली। खासतौर पर भुवनेश्वर कुमार और हार्दिक पंड्या के असफल होने की स्थिति में छठे गेंदबाज की जरूरत महसूस हुई।
मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने जोर दिया था कि भारत विश्व कप से पहले अपनी सर्वश्रेष्ठ अंतिम एकादश के साथ खेलने की कोशिश करेगा लेकिन रोहित शर्मा की टीम का प्रयोग करना जारी है। टीम में ‘ऋषभ पंत बनाम दिनेश कार्तिक’ बहस जारी है। टीम प्रबंधन ने पाक के खिलाफ तमिलनाडु के विकेटकीपर बल्लेबाज की जगह दीपक हुड्डा को खिलाया। वहीं कार्तिक को पहले दो मैचों में बमुश्किल से बल्लेबाजी का मौका मिला।
मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने जोर दिया था कि भारत विश्व कप से पहले अपनी सर्वश्रेष्ठ अंतिम एकादश के साथ खेलने की कोशिश करेगा लेकिन रोहित शर्मा की टीम का प्रयोग करना जारी है। टीम में ‘ऋषभ पंत बनाम दिनेश कार्तिक’ बहस जारी है। टीम प्रबंधन ने पाक के खिलाफ तमिलनाडु के विकेटकीपर बल्लेबाज की जगह दीपक हुड्डा को खिलाया। वहीं कार्तिक को पहले दो मैचों में बमुश्किल से बल्लेबाजी का मौका मिला।
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