आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका की मदद के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) आगे आया है। श्रीलंका 1948 में आजादी के बाद से सबसे सबसे गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। देश के पास विदेशी मुद्रा की भारी किल्लत हो गई है, इस कारण वह आवश्यक वस्तुओं का आयात नहीं कर पा रहा है। आईएमएफ ने एक बयान में कहा कि आईएमएफ और श्रीलंकाई अधिकारियों के बीच लगभग 2.9 अरब डॉलर की विस्तारित फंड सुविधा (ईएफएफ) के तहत 48 माह के कर्ज पर सहमति बनी है। आईएमएफ ने एक बयान में कहा, ‘आईएमएफ और श्रीलंका के अधिकारी संकटग्रस्त देश की आर्थिक नीतियों को समर्थन देने की खातिर कर्मचारी स्तर के समझौते पर सहमत हुए हैं। इस व्यवस्था के तहत विस्तारित कोष सुविधा (ईएफएफ) में 48 महीने की अवधि के दौरान 2.9 अरब डॉलर दिए जाएंगे।’ इसमें कहा गया कि इस मदद का उद्देश्य श्रीलंका में व्यापक आर्थिक स्थिरता और ऋण वहनीयता को बहाल करना है और इसके साथ-साथ वित्तीय स्थिरता की रक्षा करना भी है।आर्थिक मदद देने से पहले आईएमएफ ने श्रीलंका को कई सुधारात्मक कदम उठाने को कहा था। उसने ऋण वहनीयता सुनिश्चित करने और वित्तीय खाई को पाटने में मदद देने के लिए बहुपक्षीय साझेदारों से अतिरिक्त आर्थिक मदद करने और श्रीलंका के कर्जदाताओं से कर्ज राहत देने का आह्वान भी किया था।
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