भोपाल । प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी में दो दर्जन से ज्यादा जिलाध्यक्ष को बदलने की अटकलें शुरू हो गईं है। जिसमें भोपाल जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी को भी बदले जाने की भी संभावना है। हालांकि प्रदेश नेतृत्व में बड़ा उलटफेर नहीं हुआ तो पचौरी को प्रदेश भाजपा में जगह मिलना तय है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि प्रदेश भाजपा अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में पचौरी को भोपाल की मध्य या दक्षिण-पश्चिम सीट से उतार सकती है। नगर पालिका निगम भोपाल के चुनाव में नतीजे भाजपा के पक्ष में रहे। इसके बावजूद भी चुनाव में भाजपा नेताओं के बीच जमकर गुटबाजी दिखी। पचौरी समर्थकों के पार्षद के चुनाव हारने की वजह भी यही गुटबाजी मानी जा रही है। निकाय चुनाव के बाद से भोपाल भाजपा में पचौरी के खिलाफ राजनीतिक विरोधी माहौल बना रहे हैं। हालांकि पचौरी पर प्रदेश नेतृत्व पूरी तरह से मेहरबान बना हुआ है। यही वजह है कि विरोध खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं। पचौरी के माध्यम से जिला भाजपा की हर गतिविधि की जानकारी प्रदेश नेतृत्व तक पहुंच रही है। सूत्र बताते हैं कि पचौरी को मध्य सीट से विधानसभा चुनाव की तैयारी करने के संकेत भी दे दिए गए हैं। इसके बाद से पचौरी भोपाल के अन्य विधानसभा क्षेत्रों से ज्यादा मध्य में सक्रिय दिखाई दे रहे हैं। यदि विधानसभा टिकट वितरण के समय प्रदेश नेतृत्व के मौजूदा पदाधिकारी चुनाव समिति में रहते हैं तो फिर पचौरी की लॉटरी लगना तय है। प्रदेश के अन्य जिलाध्यक्षों की अपेक्षा भोपाल जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी की प्रदेश नेतृत्व तक सीधी पकड़ है। पचौरी के विरोधियों को यही बात कसक रही है। पचौरी को भोपाल में स्थापित करने में बड़े नेताओं ने खुलकर साथ दिया है। साथ ही पचौरी के लिए प्रदेश भाजपा मुख्यालय के दरबाजे भी खोल दिए गए हैं।
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