कड़ी पाबंदियों के बाद भी स्पेस में सैटेलाइट भेज रहा है ईरान, रूस बन रहा मददगार

by sadmin

मास्को । परमाणु समझौता रद्द होने के बाद कड़ी पाबंदियों के बीच ईरान का मददगार बनकर रूस सहयोग कर रहा है। रूस की स्पेस एजेंसी रोसकॉस्मोस अगले हफ्ते ईरान की एक सैटेलाइट लांच करने जा रही है। रोस्कोस्मोस अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि अंतरिक्ष यान, ‘खय्याम’ नामक एक रिमोट सेंसिंग उपग्रह 9 अगस्त को पड़ोसी देश कजाकिस्तान के बैकोनूर कोस्मोड्रोम से सोयुज-2.1 बी रॉकेट द्वारा कक्षा में भेजा जाएगा। रूस ने दक्षिणी कजाकिस्तान में एक स्पेसपोर्ट को लीज पर लिया है। खबर के अनुसार ईरान के इस अर्थ ऑब्जर्वेशन उपग्रह का नाम प्रसिद्ध फ़ारसी पॉलीमैथ उमर खय्याम के नाम पर रखा गया है, जो गणित, खगोल विज्ञान, दर्शन और कविता के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए विश्व स्तर पर जाने जाते हैं। यह सैटेलाइट कथित तौर पर ईरान की कृषि उत्पादकता में सुधार, जल संसाधनों की बेहतर निगरानी, प्राकृतिक आपदाओं, निर्माणाधीन विकास परियोजनाओं की निगरानी और देश की सीमाओं पर कड़ी नजर भी रखेगा। अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद ईरान ने बीते कुछ वर्षों में प्रौद्योगिकी विज्ञान के क्षेत्र में बड़ी प्रगति की है। इस साल की शुरुआत में, ईरान के इस्लामिक रेवोल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स की एयरोस्पेस फोर्स ने अपने पहले सैन्य उपग्रह के लॉन्च के लगभग दो साल बाद, अपने दूसरे उपग्रह नूर-2 को लोअर अर्थ ऑर्बिट (लियो) में लॉन्च किया था। ईरानी वैज्ञानिकों के अनुसार नूर-2 उपग्रह से ईरान में कई सैन्य और नागरिक मिशनों को अंजाम देने में सहायता हासिल होगी।

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