धर्मशाला । हिमाचल में भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। सबसे ज्यादा असर कुल्लू जिला में देखने को मिला है। जहां चनाईगाड गांव में बादल फटने से करीब 26 लोग बेघर हो गए हैं। पहाड़ी से मलबा आने के कारण इनके घर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए हैं। पार्वती घाटी में भी भारी बारिश हुई है। मणिकर्ण भुंतर मार्ग पर एक टेंपो ट्रेवलर सड़क पर आए नाले के पानी में फंस गई। काफी देर तक लोगों की जान आफत में फंसी रही। हालांकि नाले का पानी का कम होने पर वाहन को वहां से निकाल लिया गया। मंडी में महामृत्युंजय मंगवाई मार्ग पर पत्थर गिरने से दोपहिया वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। कुल्लू बागीपुल के चनाईगाड गांव में बादल फटने से मची तबाही। भारी मात्रा में मलबा गांव में आने से लोगों के घरों को भारी नुकसान पहुंचा है। लोग अल सुबह पांच बजे यदि घरों को छोड़कर नहीं भागते, तब बाद में यहां से निकलना आसान नहीं था। चनाईगाड गांव में कई घर मलबे में दब गए हैं। घरों के पास लगे मलबे व बड़े-बड़े पत्थरों के ढेर। सुबह अचानक भारी मलबा गांव में पहुंच गया। यह तो गनीमत रही कि लोगों को संभलने का मौका मिल गया। बीते वर्ष जिला कांगड़ा रुलेहड़ में भी इसी तरह का हादसा हुआ था, जहां दस लोगों की जान चली गई थी। मंडी में महामृत्युंजय मंगवाई मार्ग पर ऊपर से पत्थर गिरने लगे। यहां खड़े दोपहिया वाहन इनकी चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गए। जिला कुल्लू के मणिकर्ण-भुंतर मार्ग पर नाले का पानी सड़क पर आने के कारण टेंपो ट्रेवलर वाहन मझदार में फंस गया। पानी का बहाव कुछ कम होने पर ही वाहन को मौके से निकाला जा सका।
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