वॉशिंगटन । रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुए 5 महीने से अधिक समय हो चुका है। इस युद्ध में रूस और यूक्रेन दोनों ही देशों ने बड़ी संख्या में सैनिकों और संपत्ति का नुकसान उठाना पड़ा है। रूस ने युद्ध के शुरुआत में सिर्फ एक बार अपने सैनिकों की मौत का आंकड़ा जारी किया था। इसके बाद व्लादिमीर पुतिन की सलाह पर रूसी सैनिकों की मौत की संख्या को स्टेट सीक्रेट घोषित कर दिया गया। अब अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के डायरेक्टर विलियम बर्न्स ने दावा किया है कि यूक्रेन में अब तक 15000 रूसी सैनिक मारे गए हैं, जबकि 45,000 घायल हो चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन को भी बड़ी संख्या में नुकसान उठाना पड़ा है, लेकिन हताहतों की संख्या का खुलासा नहीं किया। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 24 फरवरी को यूक्रेन में स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन का ऐलान किया था। ब्लादिमिर पुतिन ने बताया था कि रूसी सेना डोनबास क्षेत्र की रक्षा करने के उद्देश्य से ऑपरेशन कर रही है। हालांकि, बाद में रूस ने अपने हमलों का दायरा बढ़ाया और राजधानी कीव समेत पूरे यूक्रेन को निशाने पर ले लिया। वर्तमान में रूसी सेना ने डोनबास क्षेत्र समेत यूक्रेन के लगभग पांचवे हिस्से पर कब्जा जमा लिया है। हालांकि, अब भी युद्ध के खत्म होने के कोई आसार नहीं दिख रहे हैं। कोलोराडो में एस्पेन सिक्योरिटी फोरम में बोलते हुए बर्न्स ने कहा कि रूस ने यूक्रेन में जीत की बड़ी कीमत चुकाई है। बर्न्स ने कहा कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी का अनुमान है कि यूक्रेन में करीब 15,000 रूसी सैनिक मारे गए हैं, जबकि इसके तीन गुने घायल हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इस युद्ध में यूक्रेनियन को भी नुकसान हुआ है, लेकिन शायद रूस से थोड़ा कम। आप जानते हैं, काफी महत्वपूर्ण संख्या में सैनिक हताहत हैं। रूस ने 25 मार्च को आखिरी बार बताया था कि यूक्रेन में 1,351 रूसी सैनिक मारे गए हैं। वहीं, कीव सरकार ने जून में कहा था कि प्रतिदिन 100 से 200 यूक्रेनी सैनिक मारे जा रहे हैं। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा यूक्रेन में मास्को का सैन्य अभियान अब डोनबास के आगे निकल चुका है। उन्होंने स्वीकार किया कि रूस ने अपने युद्ध लक्ष्यों का विस्तार कर दिया है। बर्न्स ने कहा कि कम से कम अभी के लिए रूसी सेना ने अपने सैनिकों को डोनबास में ही फोकस रखने का सुझाव दिया है। उन्होंने कहा रूस ने शुरुआती विफलताओं से सबक सीखा है। उन्होंने यह भी कहा कि एक तरह से, रूसी सेना ने जो किया है वह युद्ध के अधिक आरामदायक तरीके से पीछे हटना है।
59