पिछले छह वर्षों में भारत में 72,993 स्टार्टअप रजिस्टर्ड हुए, लगभग 7.68 लाख नौकरियां पैदा की

by sadmin

नई दिल्ली । पिछले कुछ साल में भारतीय स्टार्टअप लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे है। सरकारी आंकड़े भी इस पर मुहर लगा रहे हैं। सरकार ने संसद में बताया कि पिछले छह वर्षों में भारत में 72,993 स्टार्टअप रजिस्टर्ड हुए। इन स्टार्टअप ने इस अवधि में लगभग 7.68 लाख नौकरियां पैदा की। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, स्टार्टअप के मामले में महाराष्ट्र सबसे आगे है। जिसे दिल्ली और कर्नाटक को पीछे छोड़ दिया है। पिछले छह वर्षों में बनाए गए स्टार्टअप और बाद में रोजगार देने के मामले में महाराष्ट्र भारत की स्टार्टअप राजधानी के रूप में उभरा है। यह डाटा जनवरी 2016 के बाद की अवधि को कवर करता है, जब सरकार ने अपनी स्टार्टअप इंडिया पहल शुरू की थी। मानसून सत्र में वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश सवालों के जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में 13,519 स्टार्टअप खड़े हुए और इन्होंने इस अवधि में 1.46 लाख नौकरियां पैदा की। कर्नाटक और दिल्ली दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। दक्षिणी राज्य कर्नाटक ने 8,881 स्टार्टअप और 1.03 लाख नौकरियां पैदा की। वहीं, दिल्ली में 8,636 स्टार्टअप और 87,643 नौकरियां पैदा हुईं। मंत्री ने कहा कि सरकार के पास स्टार्टअप्स द्वारा किए गए निवेश पर कोई केंद्रीकृत डाटाबेस नहीं है। हालांकि इंडियन प्राइवेट इक्विटी एंड वेंचर कैपिटल एसोसिएशन और प्रैक्सिस ग्लोबल अलायंस के डाटा के मुताबिक 2016 और 2020 के स्टार्टअप ने कुल 63 अरब डॉलर की राशि जुटाई है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम ने 2021 में रिकॉर्ड 36 अरब डॉलर का निवेश किया, क्योंकि महामारी के बीच डिजिटलीकरण की मांग कई गुना बढ़ गई थी। 2021 में वेंचर और स्टार्टअप निवेश 2020 में 11 अरब डॉलर की तुलना में तीन गुना से अधिक बढ़ गया। वर्तमान में, भारत में 105 यूनिकॉर्न हैं, जिनकी मार्केट वैल्यूएशन एक अरब डॉलर से ज्यादा है। हालांकि इन स्टार्टअप में सबसे ज्यादा संख्या टेक स्टार्टअप की है। फंड जुटाने के मामले में भी टेक स्टार्टअप सबसे आगे हैं।

Related Articles

Leave a Comment