ओटावा । भारत की तरफ से बुधवार को उस घटना पर चिंता जताई गई है, जिसमें कनाडा के एक हिंदू मंदिर में लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा को विकृत करने का मामला सामने आया है। ओंटारियो शहर के रिचमंड हिल सिटी में बने मंदिर में ये तोड़फोड़ की घटना हुई है। पुलिस का कहना है कि इस मामले की जांच हेट क्राइम के तहत की जा रही है। लेकिन भारत ने अपने गुस्से के बारे में कनाडा की सरकार को जानकारी दे दी है।
जिस मूर्ति को खराब किया गया है कि वो योंगे स्ट्रीट और गार्डन एवेन्यू में बने विष्णु मंदिर में लगी है। यॉर्क रीजनल पुलिस की तरफ से इस मामले के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। ये प्रतिमा पांच मीटर ऊंची है और 13 जुलाई को ऑफिसर्स को स्थानीय समयानुसार 12:30 मिनट पर बुलाया गया था। यॉर्क पुलिस की तरफ से बताया गया है कि किसी ने गांधी की मूर्ति पर ‘खालिस्तान’ जैसे अपशब्द लिखे थे।
कनैडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन (सीबीसी) की तरफ से सबसे पहले इस घटना की जानकारी दी गई थी। टोरंटो स्थित भारतीय कांसुलेट जनरल ने इस पर ट्वीट कर नाराजगी जताई है। इस ट्वीट में लिखा है रिचमंड हिल के विष्णु मंदिर में लगी गांधी की प्रतिमा को इस तरह से खराब करने पर हम खासे नाराज हैं। यह आपराधिक और नफरत से भरा कृत्य बहुत तकलीफ देने वाला है और इसने कनाडा में बसे भारतीय समुदाय की भावनाओं को चोट पहुंचाई है। हम लगातार कनैडियन अथॉरिटीज के संपर्क में हैं, ताकि इस हेट क्राइम की जांच की जा सके।
वहीं ओटावा में भारतीय हाई कमीशन ने कहा है कि भारत इस हेट क्राइम पर काफी नाराज है क्योंकि इसने भारतीय समुदाय को डराने का काम किया है। हाई कमीशन ने यह भी कहा है कि कनाडा की सरकार से संपर्क किया गया है और मांग की गई है कि जिसने भी ये अपराध किया है, उसे सजा सुनिश्चित की जाए। स्थानीय पुलिस की तरफ से भी इसे हेट क्राइम करार दिया गया है, जिसे गलत भावना के तहत अंजाम दिया गया। यॉर्क रीजनल पुलिस की प्रवक्ता कॉन्स्टेबल एमी बॉन्ड्रेयू ने कहा किसी ने प्रतिमा पर ‘रेपिस्ट’ और ‘खालिस्तान’ जैसे शब्द लिखकर इसे बिगाड़ दिया था। यॉर्क पुलिस हेट क्राइम को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने आगे कहा कि जिन्होंने भी नस्ल, राष्ट्रीयता, समुदाय, भाषा या लिंग को लेकर किसी को भी निशाना बनाया तो उसे कानून के तहत सख्त सजा दी जाएगी।
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