दुर्ग / हर कोई सामान अवसर और सम्मान की चाह रखता है। परंतु हमारा समाज कई बार विभिन्न वर्गों को नजर अंदाज करता है। समाज में सभी लोगों को सर उठाकर जीने का मौका मिले इसलिए छत्तीसगढ़ उड़ान नई दिशा संस्था कलेक्टर के समक्ष् जेल में रह रही महिला कैदियों के प्रशिक्षण के लिए अपना आवेदन लेकर पहुंची थी। आने वाले अगस्त माह में राखी का त्योहार है। जिसमें संस्था चाहती है कि वह महिला कैदियों को राखी बनाने का प्रशिक्षण दे और उनके आत्मनिर्भर बनने की दिशा प्रशस्त करे। विगत कई वर्षों से संस्था महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने और स्वरोजगार मुहैया कराने की दिशा में कार्य कर रही है। अभी तक संस्था द्वारा लगभग 2500 महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण देकर उन्हें अपने पांव में खड़ा किया गया है। संस्था की खासियत रही है कि वह महिलाआंे को रोजमर्रा की आवश्यकताओं में काम आने वाले उत्पाद पर प्रशिक्षण देती है। संस्था के आवेदन पर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने संज्ञान लेते हुए एस.पी. श्री वैभव पल्लव से इस विषय पर चर्चा की और यथा संभव सहयोग का अश्वासन संस्था को दिया।
अपने ही जमीन के सीमांकन के लिए आवेदक को जनदर्शन पहुंचना पड़ा। आवेदक ने बताया कि चंदखुरी दुर्ग में पैतृक संपत्ति के रूप में उसके पास कृषि भूमि है। जिसके सीमांकन के लिए वह कई बार आवेदन लगा चुका है परंतु असफल रहा है। इसलिए कलेक्टर से उसका निवेदन था कि उसके आवेदन पत्र पर सहानुभुति पूर्वक विचार किया जाए और सीमांकन के अग्रिम कार्यवाही के लिए सक्षम अधिकारी को निर्देशित किया जाए कलेक्टर ने संबंधित अधिकारी को आवेदक के साथ-साथ अन्य सीमांकन पर भी संबंधित अधिकारी को शीघ्र कार्यवाही के लिए निर्देशित किया।
अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम के अंतर्गत व सभी वांछित दस्तावेजों के साथ प्रवेश के लिए ऑनलाईन आवेदन करने पर भी आवेदक की बेटी शिक्षा के अधिकार से वंचित है, ऐसा आवेदक का कथन है। आवेदक ने बताया कि प्रवेश के लिए मांगी गई सभी जानकारी उसने मुहैया कराई गई है। आवेदक के पति ड्राईवर हैं और उनकी तीन बेटियां हैं। उनकी बेटियों का भविष्य निर्माण सही दिशा में हो सके इसलिए वो चाहती हैं कि उनकी बेटियों का अनिवार्य बाल शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत् खालसा पब्लिक स्कूल में प्रवेश मिले। कलेक्टर वस्तु स्थिति का संज्ञान लेकर संबंधित अधिकारी को प्रेषित किया।
खपरी कुठेलाभाठा मार्ग का चौड़ीकरण व निर्माण कार्य लगभग 01 वर्ष से चल रहा है। जहां पानी निकासी के लिए नाली का निर्माण कार्य भी कराया जाना था, परंतु ठेकेदार के द्वारा नाली निर्माण कार्य के लिए लगातार अनदेखी की जा रही है। नाली निर्माण न होने की स्थिति में गांव के घरों के गंदे पानी का निष्कासन उचित तरीके से नहीं हो पाएगा। यदि गंदा पानी सड़कों पर फैलेगा तो हैजा व पानी जनित रोग होने की आशंका हमेशा बनी रहेगी इसलिए आवेदक ने कलेक्टर से अनुरोध किया है कि शीघ्र ही टेंडर के अनुसार ग्राम कुठेलाभाठा में नाली का निर्माण कराया जाए। कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग के संबंधित अधिकारी को आवेदन प्रेषित किया।
जनदर्शन में दिव्यांग आवेदक ने भी अपनी समस्या कलेक्टर के समक्ष् रखी जिसमें उसने बताया कि वह नगर निगम दुर्ग का दिव्यांग पेंशन धारी है। जिसके लिए आवेदक ने दुर्ग नगर निगम में सूचना भी दी थी। परंतु उसकी समस्या का निराकरण अभी तक नहीं हो पाया है। कलेक्टर ने मामले का संज्ञान लेते हुए आयुक्त नगर निगम दुर्ग को आवेदन प्रेषित किया।
आज कलेक्टर जनदर्शन में 40 आवेदन प्राप्त हुए।