मॉस्को । यूक्रेन के साथ जारी तनाव के बीच रूस ने बेलारूस में 30 हजार सैनिकों के साथ परमाणु मिसाइलों को तैनात करना शुरू कर दिया है। इसके अलावा रूस ने यूक्रेन से लगी बेलारूस की सीमा के पास एस-400 मिसाइल सिस्टम को भी तैनात कर दिया है। इसके बाद अमेरिका के नेतृत्व वाले सैन्य संगठन नाटो ने शरणार्थी संकट पैदा होने की चेतावनी दी है।
नाटो ने कहा है कि इससे 20 लाख लोगों के विस्थापित होने का खतरा पैदा हो गया है। नाटो ने कहा कि शीत युद्ध के खत्म होने के बाद बेलारूस में रूसी सेना की अबतक की सबसे बड़ी तैनाती है। इसके लिए रूस के पूर्वी सीमा पर मौजूद सैनिकों को पश्चिम में स्थित बेलारूस भेजा जा रहा है।
नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा कि रूस ने पहले ही स्पेट्सनाज़ स्पेशल फोर्सेज सहित हजारों सैनिकों को तैनात किया है। अब वह परमाणु हमला करने में सक्षम इस्कंदर मिसाइलों को लड़ाकू विमानों और एस-400 एंटी-एयरक्राफ्ट सिस्टम के साथ तैनात कर रहा है।
खुफिया रिपोर्ट से पता चला है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आने वाले दिनों में अपने सैनिकों की संख्या को और बढ़ाने वाले हैं। कई सैन्य विशेषज्ञों ने बेलारूस में तैनात रूसी सेना की मौजूदगी को खतरनाक करार दिया है। उनका मानना है कि बेलारूस के जरिए रूसी सेना काफी तेजी से राजधानी कीव पर नियंत्रण कर सकती है। कुछ सैन्य विशेषज्ञों ने दावा किया है कि आने वाले दिनों में होने वाले सैन्य अभ्यास को हमले के लिए कवर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। उधर नॉर्वेजियन रिफ्यूजी काउंसिल ने चेतावनी दी है कि अगर पूरे क्षेत्र में हिंसा होती है तो एक बड़ा मानवीय संकट खड़ा हो जाएगा।
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