नई दिल्ली. राजधानी में आतंकी हमले की आशंकाओं के बीच पुलिस ने दिल्ली में अवैध रूप से और अवधि समाप्त होने के बावजूद रुके विदेशियों का डाटा खंगालना शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि दिल्ली में कई हजार विदेशी अवैध रूप से रह रहे हैं। काफी विदेशी ऐसे हैं जिनके रुकने की अवधि समाप्त हो चुकी है, लेकिन वे यहीं रुके हैं। पाकिस्तानी नागरिक मो. अशरफ के पकड़े जाने के बाद दिल्ली पुलिस ने यह कदम उठाया है। एक पुलिस अधिकारी का कहना है कि विदेशी नागरिकों को ढूंढने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्रालय के आदेश के बाद विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) ने दिल्ली में अवैध रूप से व समय के बाद रुके विदेशी नागरिकों की सूची पुलिस को भेजी है। दिल्ली पुलिस ने हर जिले में रहने वाले विदेशी नागरिकों की सूची जिला डीसीपी को भेजी है।
जिला डीसीपी ने सभी थानाध्यक्षों को यह सूची भेज दी है। थाना पुलिस अपने इलाके में रहने वाले विदेशी नागरिकों को तलाश रही या फिर वेरिफिकेशन कर रही है। दिल्ली पुलिस मुख्यालय में बैठे एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिण-पूर्व जिले में कुल 65 विदेशी समय के बाद रुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा 51 नागरिक अफगानिस्तान, 5 बांग्लादेश और 4 युगांडा के हैं। अफगानिस्तान के सबसे ज्यादा 23 नागरिक हजरत निजामुद्दीन और 22 लाजपत नगर में रह रहे हैं।
दक्षिण-पूर्व जिले में अवैध रूप से भी काफी विदेशी रह रहे हैं। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान की कुख्यात इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) का आतंकी मो. अशरफ करीब 18 वर्ष तक भारत में रहा था। वह यहां आतंकी वारदात को अंजाम दे रहा था। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि अवैध रूप से रह रहे विदेशियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
बिना पासपोर्ट-वीजा के रह रहे 12 विदेशी गिरफ्तार
उत्तम नगर थाना पुलिस ने हस्तसाल के एक मकान में अवैध रूप से रह रहे 12 विदेशियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार नागरिकों के पास से कोई पासपोर्ट और वीजा नहीं मिला है। पुलिस ने बिना सत्यापन के विदेशियों को किराए पर मकान देने वाले मकान मालिक के खिलाफ भी सरकारी आदेश को उल्लंघन का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस गिरफ्तार विदेशियों को उनके देश भेजने की कानूनी प्रक्रिया कर रही है।
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक उत्तम नगर थाने में तैनात एसआई दाता राम, हवलदार राजेश और सिपाही सिद्धार्थ शनिवार को इलाके में गश्त कर रहे थे। गश्त के दौरान पुलिसकर्मियों ने डी ब्लॉक हस्तसाल में एक मकान में काफी संख्या में विदेशियों को देखा। पुलिसकर्मियों ने पाया कि यहां करीब 12 विदेशी किराए पर रहते हैं। पुलिस ने विदेशी नागरिकों को पासपोर्ट और वीजा दिखाने के लिए कहा। लेकिन कोई भी विदेशी अपना पासपोर्ट और वीजा नहीं दिखा पाया। पुलिस ने सभी को गैर कानूनी ढंग से भारत में रहने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में पता चला कि गिरफ्तार 11 नागरिक नाइजीरिया के रहने वाले हैं जबकि एक अफ्रीकी देश कोत दिव्वार का रहने वाला है। आरोपियों ने बताया कि उसने मकान किराया पर लेने के दौरान मकान मालिक प्रवीण यादव को बताया था कि उनके पास कोई कागजात नहीं है। बावजूद उसने बिना कागजात के मकान किराए पर देने की बात कही। पुलिस ने इस खुलासे के बाद मकान मालिक पर भी मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि गिरफ्तार सभी विदेशी नागरिकों को डिपोर्ट करने की प्रक्रिया की जा रही है। पुलिस मकान मालिक से पूछताछ कर रही है।