भारत में सामने आए नए वैरिएंट के मामले, फिलहाल खतरा नहीं
कोरोना के इस नए वैरिएंट को देखते हुए भारत की चिंता बढ़ गई है। भारत में AY.4.2 वैरिएंट के मामले जरूर सामने आए हैं, हालांकि इसके केस फिलहाल 0.1 फीसदी से भी कम हैं। भारत में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट एवाई.4 से फिलहाल कोई खतरा नहीं है। कोशिकीय एवं आणविक जीव विज्ञान केंद्र (सीसीएमबी) के पूर्व निदेशक राकेश मिश्रा ने सोमवार को कहा कि कोरोना के डेल्टा वैरिएंट के ‘सब-लिनियेज’ एवाई.4.2 की संक्रामक दर डेल्टा से अधिक होने का कोई साक्ष्य मौजूद नहीं है।
केंद्र से डेल्टा प्लस AY.4.2 पर गाइडलाइन जारी करने की मांग
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को कोविड-19 वैरिएंट डेल्टा प्लस AY.4.2 पर अपनी चिंता व्यक्त की। अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार से इसकी रोकथाम के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी करने को कहा। सोमवार को एक ट्वीट में उन्होंने कहा कि रूस, ब्रिटेन समेत कई देशों में हजारों लोगों की जान लेने वाले कोरोना वायरस के नए वेरिएंट डेल्टा प्लस एवाई.4.2 के कई मामले भारत में भी आए हैं। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में छह लोग एवाई.4 से संक्रमित पाए गए हैं।
चीन में डेल्टा के नए वैरिएंट से फिर बढे़ मामले
चीन में कोरोना वायरस के मामले फिर से बढ़ रहे हैं। चीनी अधिकारी इसके पीछे डेल्टा के नए वैरिएंट को वजह बता रहे हैं। इसे रोकने की कोशिश तेज़ हो रही है। नए मामले न बढ़ें, इसके लिए चीन ने टेस्टिंग बढ़ा दी है और यात्राओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। अभी तक चीन ने कोरोना संक्रमण की हर नई लहर को रोकने के लिए तेज़ी से क़दम उठाए हैं।
उल्लेखनीय है कि कई देशों में कोरोना के इस नए वैरिएंट के बारे में पता चलने के बावजूद इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा अभी तक ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्न’ या ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया है। ब्रिटेन में AY.4.2 वैरिएंट ने एक बार फिर से वहां संक्रमण बढ़ा दिया है। ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने इसे ‘वैरिएंट अंडर इन्वेस्टिगेशन’ के रूप में क्लासिफाई किया है।यूके के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, AY.4.2 की ग्रोथ रेट डेल्टा की तुलना में 17% ज्यादा है।