नई दिल्ली । कोरोना महामारी की तीसरी लहर के खौफ के बीच दुनिया भर में लोग पुरानी जिंदगी में लौटने लगे हैं। दफ्तरों में लौटने लगे हैं, अपने काम-धंधे शुरू करने लगे हैं। लेकिन तकरीबन 18 महीने से ज्यादा वक्त तक घर बैठे रहे पायलट हवाई जहाज उड़ाना भूल गए हैं। जी हां ये हम नहीं खुद कई पायलट का कहना है। उनका कहना है कि इतने दिन घर पर बैठे रहने के बाद उन्हें हवाई जहाज उड़ाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसलिए कईयों को फिर से ट्रेनिंग करनी पड़ रही है। एजेंसी के मुताबिक, कोरोना महामारी के कारण महीनों घर पर बैठे पायलट हवाई जहाज उड़ाना तक भूल गए हैं। किसी को जहाज शुरू करने में दिक्कत हुई तो कोई लैडिंग करते वक्त दूसरा इंजन स्टार्ट करना भूल गया और फिर आनन-फानन में स्टेशन टीम की मदद लेनी पड़ी, वरना बड़ा हादसा हो सकता था। ये दोनों गलतियां अमेरिका की एक प्रतिष्ठित एयरलाइंस के पायलट की ओर से की गई। अमेरिका की बड़ी-बड़ी एयरलाइंस को उड़ाने वाले पायलट पर एक सर्वे किया गया है। अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट के अनुसार, कई पायलट्स के हाल लगभग यही थे। हैरत की बात ये है कि इसके पीछे कारण कोरोना के कारण उड़ाने बंद होना या प्रैक्टिस छूट जाना सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक दर्जनभर से ज्यादा ऐसी गलतियां हुई हैं जिसके कारण बड़ी घटना हो सकती थी। उड़ानों पर रोक के कारण दुनियाभर में करीब 1 लाख पायलट काम ही नहीं कर सके। अब करीब 18 महीने बाद वो एक बार फिर काम पर लौटे हैं, तो कईयों से उड़ान के दौरान भूल सामने आ रही है। एविएशन एक्सपर्ट्स का कहना है कि ये बेहद गंभीर हालात हैं। ऐसी स्थिति में कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। तमाम कारणों के बाद इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गेनाइजेशन ने पायलट्स के लिए एक ट्रेनिंग सेशन शुरू करने की सोची है। हालांकि इस बात का भी खुलासा हुआ है कि एशिया समेत अन्य जगहों पर पायलट ने रिट्रेनिंग की, लेकिन ट्रेनिंग सेशन में भी उनसे कई गलतियां हुई है। यही कारण है कि ट्रेनिंग सेशन पूरा करने के बाद भी पायलट लगातार गलतियां कर रहे हैं।
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