बिलासपुर: तीन साल से शिकायत लेकर भटक रहा अधिकारियों के दफ्तरों में।
आर्थिक परेशानी के कारण पिता अपने 18 साल के बेटे को घर में छोड़कर रोजी-मजदूरी करने दूसरे प्रदेश चला गया। वहां से लौटा तो बेटा गायब मिला। उसके मकान में गांव के ही दूसरे लोगों ने कब्जा कर लिया था। तीन साल बीत गए। वह अपने बेटे की खोजबीन करने व मकान वापस दिलाने पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के दफ्तरों में चक्कर काट रहा है पर उसकी कोई नहीं सुन रहा है। मामला सिरगिट्टी थाना क्षेत्र का है ।
ग्राम हरदीकला टोना निवासी विसुनलाल खांडे पिता पतगा सूर्यवंशी 68 वर्ष के अनुसार 3 साल पहले वह अपने बेटे रूपेश को घर पर छोड़कर कमाने खाने दूसरे प्रदेश चला गया था। चार माह बाद जब वहां से वापस लौटा तो उसके मकान में गांव की ही एक महिला व पुरुष ने कब्जा कर लिया था। उसका बेटा भी गायब था। पूछताछ करने पर मकान में रहने वाली महिला व पुरुष ने बताया कि मकान को उन्होंने उसके बेटे से खरीद लिया है।
पिता ने अपने बेटे के बारे में पूछा तो उन्होंने कुछ नहीं बताया। पिता को संदेह हुआ तो वह सिरगिट्टी थाने गया। बेटे की खोजबीन व मकान वापस दिलवाने पुलिस से मांग की। पुलिस ने उसे कोर्ट जाने की सलाह दी। वह एसपी, कलेक्टर के पास गया। तीन साल बीत गए। उसे अभी तक न तो उसके बेटे का पता चल पाया है और न ही मकान वापस मिल सका है। वह दूसरे के घर में रहने मजबूर है।
न्याय के लिए वह अभी भी पागलों की तरह इधर-उधर भटक रहा है। पिता का कहना है कि जिन्होंने उसके मकान पर कब्जा किया है संदेह है कि उन्होंने मकान पर कब्जा करने की नीयत से मिलकर उसके बेटे की हत्या कर दी है। मकान छोड़ने के लिए कहने पर कहते हैं उन्होंने उसके बेटे काे जहां पहुंचाया है उसे भी वहां पहुंचा देंगे।