झीठ अस्पताल में हुई पहली सीजेरियन डिलीवरी, नसबंदी आपरेशन भी हुआ

by sadmin

-गले में तीन तहों तक फंसी थी नाल, कुशलतापूर्वक सी-सेक्शन से निकाला गया

दुर्ग। झीठ सीएचसी से एक सुखद खबर आई है। यहां पहली सीजेरियन डिलीवरी संपन्न हुई। बच्चे के गले में तीन लेयर में नाल फंस गई थी। कुशलतापूर्वक सी-सेक्शन से बच्चे को निकाला गया। बच्चा और जच्चा पूरी तरह स्वस्थ हैं। झीठ सेक्टर की बात करें तो यहां गर्भवती महिलाओं के एएनएसी रजिस्ट्रेशन हर साल 1500 होते हैं। इस लिहाज से सीजेरियन डिलीवरी की सुविधा इसी केंद्र में होने से लोगों के लिए राहत भरी खबर है। यह उन माताओं के लिए और भी अच्छी खबर है, जिनकी पहली संतान सीजेरियन डिलीवरी से हुई है और दूसरी संतान के लिए उन्हें रायपुर के अस्पताल में जाना पड़ता था। आज यहां अस्पताल में श्रीमती रंजना साहू ने स्वस्थ शिशु को जन्म दिया। आपरेशन अच्छे से संपन्न हुआ और शिशु तथा माँ दोनों का स्वास्थ्य अच्छा है। इस संबंध में जानकारी देते हुए बीएमओ डॉ. आशीष शर्मा ने बताया कि शासन द्वारा अस्पताल को अपग्रेड किये जाने के लिए आपरेशन थियेटर की सुविधा आरंभ की गई। इसके पश्चात यहां प्लान्ड सर्जरी की हमने योजना बनाई। सीजेरियन डिलीवरी की जरूरत को देखते हुए कल ही टीम को लाइनअप कर लिया गया था। डॉ. बी कठौतिया, प्रभारी अधिकारी सीएचसी झीठ, सर्जन डॉ. केके डहरिया, एनस्थेटिक डॉ. अजय ठाकुर, पीडियाट्रिशियन डॉ. वाय किरण, ओटी असिस्टेंट जितेंद्र निर्मलकर, गिरिवर, स्टाफ नर्स श्रीमती मेनका, संयोगिता कुर्रे, नेहा चंद्राकर, फार्मासिस्ट नरेंद्र घिल्लारे की टीम ने यह आपरेशन किया, साथ ही नसबंदी भी की। डॉ. शर्मा ने बताया कि प्लान्ड सर्जरी आरंभ होने का लाभ केंद्र के आसपास की गर्भवती माताओं को मिल सकेगा। आपरेशन थियेटर में सारी व्यवस्थाएं मौजूद हैं। भविष्य में भी इसी तरह से जरूरत के मुताबिक सर्जरी की जा सकेगी।

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