गांधीनगर. गुजरात के मुख्यमंत्री पद से विजय रुपाणी के इस्तीफे के बाद अब इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि गुजरात के नए मुख्यमंत्री के तौर पर पाटीदार सीएम का नाम तय हो गया है. सीएम पद के लिए नितिन पटेल, मनसुख मंडाविया, पुरुषोत्तम रूपाला, गोवर्धन जफाड़िया, प्रफुल्ल पटेल और सीआर पाटिल चर्चा में हैं. इस बीच ताज़ा खबर के मुताबिक राज्य के नए सीएम की रेस में एक नया नाम जुड़ गया है. सूत्रों के मुताबिक, राज्य के कृषि मंत्री आरसी फालदू भी इस रेस में फ्रेंटरनर बन गए हैं. वह पाटीदार नेता हैं और ऐसी अटकलें जोरों पर हैं कि बीजेपी विधायक दल की आज तीन बजे होने वाली बैठक में उनके नाम पर मुहर लग सकती है.
आरसी फालदू के नाम पर अटकलें क्यों बढ़ीं?
आरसी फालदू सौराष्ट्र का जाना-माना चेहरा होने के साथ-साथ पाटीदार नेता भी हैं. फालदू कल राजकोट में थे और खबरें हैं कि उन्हें अचानक हेलीकॉप्टर से गांधीनगर बुलाया गया. जामनगर से विधायक आरसी फालदू इससे पहले दो बार गुजरात के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. वह सीधे तौर पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को जानते हैं. फालदू के पास संगठन और सरकार का खासा अनुभव है और रिपोर्ट्स की मानें तो पाटीदार मुख्यमंत्री की मांग के चलते बीजेपी आलाकमान मुख्यमंत्री बदल रहा है तो फालदू इस खांचे में पूरी तरह फिट बैठते हैं. हालांकि, यह कहना मुश्किल है कि वह 15 महीने में नरेंद्र मोदी की तरह लोकप्रिय हो पाएंगे या मुख्यमंत्री के रूप में विजय रुपाणी जैसे ही साबित होंगे. ऐसे में फालदू का नाम ‘सरप्राइज पैकेज’ ही होगा.
फालदू का X-फैक्टर
रणछोड़भाई फालदू बीजेपी के पाटीदार नेता हैं. उन्हें संघ का भी करीबी माना जाता है और वह प्रधानमंत्री मोदी के विश्वासपात्र हैं. वह वर्तमान में गुजरात सरकार के मंत्रिमंडल में कृषि, परिवहन, स्वास्थ्य और कल्याण मंत्री हैं. आरसी. फालदू नरेंद्र मोदी के विश्वासपात्र थे और लेउवा पटेल समुदाय से आने वाले आज्ञाकारी और सौम्य स्वभाव वाले नेता के तौर पर उनकी पहचान है.
नितिन पटेल का भी दावा मजबूत
नितिन पटेल वर्तमान में राज्य के उपमुख्यमंत्री हैं. वह पाटीदार नेता होने के साथ-साथ गुजरात की सियासत के पुराने महारथी हैं. राज्य के प्रशासन में विशेषज्ञता रखने वाले नितिन पटेल विजय रूपाणी के इस्तीफे के बाद ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं. नितिन पटेल मेहसाणा सीट से विधायक हैं और उनकी लोकप्रियता अलग है. गांधीनगर में हिंदू बहुल सरकार के रूप में उनके हालिया बयान ने भी पूरे देश की राजनीति को गर्म कर दिया था. नितिन पटेल को संभावित नए मुख्यमंत्री के रूप में देखा जा रहा है. उनका नाम पाटीदारों पर पकड़, विधायी प्रशासन और लोकप्रियता के साथ-साथ सामंजस्यपूर्ण व्यवहार के कारण सबसे आगे है.