नई दिल्ली । रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने संयुक्त रूप से 9 सितंबर को राजस्थान के बाड़मेर के पास एनएच-925ए पर सट्टा-गंधव खंड पर भारतीय वायुसेना के लिए आपातकालीन लैंडिंग सुविधा (ईएलएफ) का उद्घाटन किया। दोनों मंत्रियों ने इस सुविधा का उद्घाटन करने के लिए सी-130जे विमान से बाड़मेर की यात्रा की। उन्होंने ईएलएफ पर, जिसे मैसर्स जीएचवी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड द्वारा भारतीय वायुसेना और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की देखरेख में केवल 19 महीनों में बनाया गया है, विमान का संचालन भी देखा। यह पहली बार है जब भारतीय वायु सेना के विमानों की आपात लैंडिंग के लिए किसी राष्ट्रीय राजमार्ग का इस्तेमाल किया है। यह लैंडिंग स्ट्रिप भारतीय वायुसेना के सभी प्रकार के विमानों की लैंडिंग की सुविधा प्रदान करने में सक्षम होगी। राजनाथ सिंह ने कोविड-19 प्रतिबंधों के बावजूद 19 महीनों में आपातकालीन लैंडिंग फील्ड के निर्माण को पूरा करने और इसके लिए मिल-जुलकर काम करने के लिए भारतीय वायुसेना, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और निजी क्षेत्र की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह कई विभागों और मंत्रालयों, सरकारी और निजी क्षेत्र और नागरिक और रक्षा विभागों के बीच समन्वय का एक बेहतरीन उदाहरण है। रक्षा मंत्री ने भारतीय वायुसेना के विमानों की 3 किमी की दूरी पर लैंडिंग को नए भारत की एक ऐतिहासिक नई ताकत के रूप में परिभाषित किया, क्योंकि यह लैंडिंग स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष और 1971 के युद्ध में भारत की जीत के 50 वें वर्ष के साथ मेल खाती है। रक्षा मंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय सीमा के पास ईएलएफ को राष्ट्र की एकता और संप्रभुता की रक्षा के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का एक सजीव उदाहरण बताया। उन्होंने कहा, “यह राजमार्ग और लैंडिंग क्षेत्र पश्चिमी सीमा के साथ बुनियादी ढांचे और राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करेगा। इस तरह के आपातकालीन क्षेत्र हमारे बलों की अभियानगत और नागरिक सहायता को और अधिक प्रोत्साहन प्रदान करेंगे।यह प्राकृतिक आपदाओं का सामना करने में भी अहम भूमिका निभाएगा। राजनाथ सिंह ने प्राकृतिक आपदाओं के दौरान उसी तरह के साहस, समर्पण और तत्परता का प्रदर्शन करने के लिएसशस्त्र बलों की सराहना की, जिस प्रकार वे अपने विरोधियों का सामना करते हैं। उन्होंने कोविड-19 महामारी से उत्पन्न स्थिति से निपटने में केंद्रीय भूमिका निभाने के लिए भारतीय वायु सेना की सराहना की।
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