टोक्यो: भारत की अवनि लखेड़ा ने टोक्यो पैरालंपिक खेलों की निशानेबाजी प्रतियोगिता में महिलाओं के 50 मीटर एयर राइफल के क्लास 3P SH1 में ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा किया है. टोक्यो पैरालंपिक खेलों में इससे पहले बीते सोमवार ही अवनि लखेड़ा ने निशानेबाजी प्रतियोगिता में महिलाओं के 10 मीटर एयर राइफल के क्लास एसएच1 के फाइनल में जीत दर्ज करते हुए गोल्ड पर निशाना लगाया था. मौजूदा पैरालंपिक खेलों में अवनि लखेड़ा का ये दूसरा मेडल है.
पैरालांपिक में भारत का बेस्ट प्रदर्शन
पैरालांपिक में यह भारत का अबतक का बेस्ट प्रदर्शन है और कई सालों के बाद देश की मेडल टैली दोहरे अंक में पहुंच सकी है. टोक्यो पैरालिंपिक्स में भारत ने 12वां मेडल जीत लिया है. ये मेडल उसे महिलाओं के 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन इवेंट में मिला. भारत के लिए ये मेडल कांस्य पदक के तौर पर निशानेबाज अवनि लेखरा ने दिलाया. टोक्यो पैरालिंपिक्स में अवनि के निशाने से भारत को मिला ये दूसरा मेडल है. इससे पहले वो देश को गोल्ड मेडल दिला चुकी हैं. वो पैरालिंपिक्स खेलों के इतिहास में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला भी हैं.
गोल्ड मेडल पर भी लगाया था निशाना
19 साल की अवनि ने 4 दिन पहले 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था. और अब उन्होंने अपने राइफल से देश के लिए कांसा पक्का किया. ये टोक्यो पैरालिंपिक्स में भारत की झोली में गिरा चौथा ब्रॉन्ज मेडल है. अवनि लेखरा नीलिंग पोजीशन के बाद 149.5 अंक के साथ चौथे स्थान पर थीं. प्रोन राउंड के बाद वो सीधे छठे नंबर पर फिसल गई थीं. लेकिन फिर स्टैंडिंग पोजीशन में उन्होंने कमाल की वापसी की और मुकाबले को तीसरे नंबर पर रहते हुए खत्म किया.
लगातार जीता दूसरा मेडल
अवनि महिलाओं के 50 मीटर एयर राइफल के क्लास 3P SH1 के फाइनल में 445.9 का स्कोर कर तीसरे स्थान पर रहीं. इन खेलों में देश के पदकों की संख्या 12 तक पहुंच गई है. इस स्पर्धा में चीन की झांग क्यूपिंग (457.9) और जर्मनी की हिलट्रॉप नताशा (457.1) क्रमशः गोल्ड और सिल्वर जीतने में कामयाब रहीं. क्वालिफिकेश में अवनि लखेरा 1176 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रही थीं.