श्रीनगर: जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती लगातार सरकार के खिलाफ आग उगल आ रही हैं. अफगानिस्तान में तालिबान की जीत के बाद महबूबा मुफ्ती का लहजा और सख्त होता नजर आ रहा है.
‘अमेरिका की तरह होगा भारत का हाल’
पीडीपी नेता ने कुलगाम में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मोदी सरकार को चेतावनी दी. महबूबा ने मोदी कहा कि वह अपने पड़ोस (अफगानिस्तान) की ओर नजर घुमाएं, जहां सुपर पावर अमेरिका को भी बैग पैक करके भागने को मजबूर होना पड़ा है. महबूबा ने चेतावनी दी कि अगर उसने वाजपेयी डॉक्टरिन के तहत पाकिस्तान से दोबारा बातचीत शुरू नहीं की तो उसे भी ऐसे ही बर्बाद होना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि सरकार कश्मीरियों के सब्र का इम्तेहान न लें. उसे एक दिन परास्त होना पड़ेगा.
‘पाकिस्तान से शुरू करो बातचीत’
महबूबा मुफ्ती ने कहा, ‘मैं बार बार कहती हूं, सुधर जाओ. पड़ोस में देखो क्या हो रहा है. अमेरिका को बोरिया बिस्तर लेकर जाना पड़ा. जिस तरह से वाजपेयी जी ने बात शुरू की थी उसी तरह से बात शुरू करो, नहीं तो बहुत देर हो जाएगी.’ महबूबा ने कहा, ‘JK के टुकड़े टुकड़े कर दिए, इस गलती को सुधारो. लोग सोचते हैं कि ये क्या करेंगी. लेकिन कभी कभी एक चींटी हाथी के सूंड में घुस जाती है तो उसका भी जीना मुश्किल कर देती है.’ महबूबा ने चेताया कि कश्मीरी कमजोर नहीं हैं. वे बहादुर और धैर्यशील हैं. यह उनका साहस और धैर्य ही है कि उन्होंने अब तक बंदूक नहीं उठाई है. जिस दिन उनका धैर्य जवाब दे दिया, उस दिन सब कुछ खत्म हो जाएगा.
‘देश को बचाए हुए है कांग्रेस’
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि कांग्रेस ने आज तक इस देश को बचाए रखा है. हालांकि कांग्रेस नेताओं से भी कई गलतियां हुई हैं लेकिन उसने देश को एक बनाए रखा है. महबूबा ने आरोप लगाया कि बीजेपी देश के टुकड़े-टुकड़े करवाना चाहती है. वह बीजेपी देश का तालिबानीकरण करने की कोशिश कर रही है
‘जम्मू कश्मीर कभी भारत को नहीं मिलता’
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जिस वक्त देश आजाद हुआ, उस वक्त मुस्लिम बहुल जम्मू कश्मीर एक स्वतंत्र रियासत था. पंडित नेहरू और कांग्रेस की नीतियों की वजह से जम्मू कश्मीर भारत में मिलने को तैयार हो गया. अगर उस समय बीजेपी केंद्र की सत्ता में होती और आज की तरह उस समय भी हठधर्मिता दिखाती तो जम्मू कश्मीर कभी भी भारत को नहीं मिलता.
‘कश्मीरियों को कोई नुकसान न पहुंचाए तालिबान’
महबूबा मुफ्ती ने भारत सरकार और तालिबान को एक तराजू में तोलते हुए कहा कि वे ऐसी कोई भी हरकत न करें, जिससे पूरी दुनिया उनके साथ हो जाएं. महबूबा ने केंद्र से कहा कि वह अफगानिस्तान में फंसे जम्मू कश्मीर के लोगों को वापस लेकर आए. मुफ्ती ने तालिबान से अपील की कि वह जम्मू कश्मीर के लोगों को कोई नुकसान न पहुंचाए.