नई दिल्ली। अगर आप एक छोटे या मझोले साइज का उद्यम चला रहे हैं, जिसमें निर्यात करने की क्षमता है, लेकिन किसी वजह से उसकी क्षमता का पूरा इस्तेमाल नहीं कर पा रहे है, तो आपके लिए अच्छी खबर है। सरकार ने आप जैसे उद्यमियों की मदद के लिए एक फंड बनाया है, जिसे ‘उभरते सितारे’ नाम दिया गया है। इस प्रोग्राम के तहत सहायता के योग्य होने पर आपकी कंपनी की ग्रोथ में आ रही दिक्कतों की पहचान की जाएगी और उनको दूर करने के उपाय किए जाएंगे।
IIT, IISC बैंगलोर और IIM का सहयोग
‘उभरते सितारे’ प्रोग्राम में उन कंपनियों की पहचान की जाएगी, जिनमें टेक्नोलॉजी, प्रोडक्ट या प्रोसेस के मोर्चे पर दूसरों पर बढ़त हासिल होगी। फंड को शुरू करने वाली दो संस्थाएं हैं- एग्जिम बैंक और सिडबी। फंड का साइज 250 करोड़ रुपए का होगा, जिसको जरूरत पड़ने पर 500 करोड़ रुपए का बनाया जा सकता है। योग्य कंपनियों को मदद देने के लिए एक्जिम बैंक ने सिडबी के साथ मिलकर IIT, IISC बैंगलोर और IIM जैसी शैक्षणिक संस्थाओं सहित देशभर की कई संस्थाओं के साथ मिलकर काम किया है।
वित्त मंत्री आज लखनऊ में करेंगी उद्घाटन
इस फंड का उद्घाटन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज (21 अगस्त), उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में करेंगी। गौरतलब है कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले साल अपने बजट भाषण में कहा था कि इकॉनॉमी में रफ्तार बनाए रखने के लिए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) बहुत जरूरी हैं। इनसे बहुत से लोगों को रोजगार मिलता है, ये इनोवेशन करते हैं और जोखिम भी उठाते हैं।
निवेश के साथ एडवाइजरी सर्विस भी मिलेगी
उभरते सितारे प्रोग्राम के तहत आपको मदद ऑल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट फंड (AIF) से मिलेगी। रुपए-पैसों के साथ तकनीकी मदद, यानी एडवाइजरी सर्विस भी मिलेगी। प्रोग्राम के दायरे में सर्विस और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर दोनों तरह की कंपनियां आएंगी। इसमें यह देखा जाएगा कि आपकी कंपनी में क्या खास बातें हैं जो उसको निर्यात के लिहाज से बेहतर बनाती हैं।
उभरते सितारे में किसका-कितना योगदान?
एक्जिम बैंक और सिडबी 40-40 करोड़ रुपए से फंड शुरू कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने फार्मा, ऑटो कंपोनेंट, इंजीनियरिंग सॉल्यूशन, एग्रीकल्चर और सॉफ्टवेयर सेक्टर से लगभग 100 संभावित कंपनियों की पहचान की है। आमतौर पर AIF में कई निवेशकों का पैसा लगा होता है। निवेश के लिए बनाए नियमों के अनुसार फंड इक्विटी, लोन और दूसरी तकनीकी सहायता देते हैं। सेबी के मुताबिक I-कैटेगरी के AIF स्टार्ट अप या सोशल वेंचर फंड, इंफ्रा फंड, SME फंड वगैरह में पैसा लगाते हैं।
फंड के लिए कंपनी में क्या-क्या होना जरूरी है?
उभरते सितारे प्रोग्राम के तहत फंड पाने के योग्य होने के लिए जरूरी है कि आपकी कंपनी का टर्नओवर 500 करोड़ रुपए से कम हो। बिजनेस मॉडल मजबूत हो, मैनेजमेंट स्ट्रॉन्ग हो और प्रोडक्ट की बेहतर क्वॉलिटी पर फोकस हो। इस फंड के लिए ऑटोमोबाइल, ऑटो कंपोनेंट, एयरोस्पेस, कैपिटल गुड्स, केमिकल, डिफेंस, फूड प्रोसेसिंग, IT & ITeS, मशीनरी, फार्मा, टेक्सटाइल जैसे सेक्टरों की कंपनियां योग्य हो सकती हैं।
किस तरह के निवेश के लिए मिलेगा फंड?
इसमें मॉडर्नाइजेशन, टेक्नोलॉजी/कैपेसिटी अपग्रेडेशन, R&D और प्रोडक्शन फैसिलिटी में संतुलन बनाने के लिए निवेश के साथ सलाह सेवाएं भी ली जा सकती हैं। मशीनरी, इक्विपमेंट, टेस्टिंग और क्वॉलिटी कंट्रोल इक्विपमेंट, जमीन और इमारत में निवेश के लिए टर्म लोन लिया जा सकता है। प्रोडक्ट में सुधार लाने, विदेश में मार्केट डेवलपमेंट के लिए होने वाले खर्च के अलावा सेक्टर और मार्केट की स्टडी में मदद ली जा सकती है।