दक्षिणापथ.नई दिल्ली
तोक्यो ओलिंपिक खेलों (Tokyo Olympics 2020) के जैवलीन थ्रो स्पर्धा में भारत के पदक के दावेदार नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने पहले ही प्रयास में क्वालीफाइंग मार्क से कहीं अधिक दूर भाला फेंक मेडल की ओर मजबूती से कदम बढ़ा दिए हैं। नीरज ने शान से फाइनल में जगह बनाई है। पिछले कुछ समय से नीरज शानदार फॉर्म में चल रहे हैं।
पहलवान रवि कुमार और दीपक पूनिया की जीत से शुरुआत, अंशु मलिक हारीं
भारतीय पहलवान रवि दहिया (Deepak Punia) तोक्यो ओलिंपिक के पुरुष फ्रीस्टाइल 57 किग्रा वर्ग के पहले दौर में कोलंबिया के टिगरेरोस उरबानो ऑस्कर एडवर्डो को तकनीकी दक्षता के आधार पर हराकर क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है। मेडल के प्रबल दावेदार दीपक पूनिया (86 किलोग्राम) ने नाइजीरिया के पहलवान एकेरेकेमे अगिओमोर के खिलाफ प्री क्वॉर्टर फाइनल में टैक्निकल सुपिरियोरिटी (12-1) से हराया।
दूसरी ओर पहलवान अंशु मलिक (Anshu Malik) महिला 57 किग्रा स्पर्धा के पहले दौर में यूरोपीय चैंपियन बेलारूस की इरिना कुराचकिना के खिलाफ 2-8 से प्री क्वॉर्टर फाइनल बाउट हार गईं।
जैवलीन थ्रो एथलीट शिवपाल फाइनल में जगह बनाने से चूके
भारतीय भालाफेंक एथलीट शिवपाल सिंह फाइनल में जगह बनाने से चूक गए। शिवपाल ने ग्रुप बी में पुरुषों के क्वालीफिकेशन में पहले प्रयास में 76.40 मीटर का थ्रो किया जबकि दूसरे प्रयास में उन्होंने 74.80 दूर भाला फेंका। शिवपाल का भाला तीसरे प्रयास में 74.81मीटर की दूरी तय कर सका। ऐसे में शिवपाल फाइनल में जगह बनाने से चूक गए।
जैवलीन थ्रो एथलीट नीरज चोपड़ा फाइनल में
भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा ने ग्रुप ए क्वालीफिकेशन में अपने पहले ही प्रयास में 83.50 मीटर का स्वत: क्वालीफिकेशन हासिल करते हुए फाइनल में जगह बनाई। ओलिंपिक में पदार्पण कर रहे चोपड़ा ने पहले ही प्रयास में भाले को 86.65 मीटर की दूरी तक फेंककर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया और भारत के लिए पदक की उम्मीद जगाई।
एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता चोपड़ा ने फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के बाद अपने बाकी दो प्रयास नहीं करने का फैसला किया। क्वालीफिकेशन में तीन प्रयास का मौका मिलता है जिसमें से सर्वश्रेष्ठ प्रयास को गिना जाता है।
पूर्व विश्व जूनियर चैंपियन चोपड़ा ग्रुप ए में 16 खिलाड़ियों के बीच शीर्ष पर रहे। उनका निजी और सत्र का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 88.07 मीटर है जो उन्होंने मार्च 2021 में पटियाला में इंडियन ग्रां प्री 3 में बनाया था।
वर्ल्ड नंबर वन वेटेर ने तीसरे प्रयास में किया क्वालीफाई
ग्रुप ए से रियो ओलिंपिक में चौथे स्थान पर रहे और तोक्यो खेलों में खिताब के प्रबल दावेदार माने जा रहे जर्मनी के योहानेस वेटेर (85.65 मीटर) और फिनलैंड के लेसी एटलेटालो (84.50 मीटर) भी क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहते हुए स्वत: क्वालीफिकेशन स्तर हासिल करने में सफल रहे। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी वेटेर ने अपने तीसरे जबकि लेसी ने पहले ही प्रयास में फाइनल में जगह बनाई।
कोविड के कारण प्रभावित हुई थी नीरज की प्रैक्टिस
भारतीय सेना के चोपड़ा की ओलंपिक की तैयारियां 2019 में कोहनी की चोट और फिर कोविड-19 महामारी के कारण प्रभावित हुई थी लेकिन उन्होंने अपने प्रशंसकों को बिल्कुल निराश नहीं किया और ओलिंपिक में अपनी पहली ही थ्रो पर फाइनल में जगह बना ली।
7 अगस्त को खेला जाएगा फाइनल
भाला फेंक में ग्रुप ए और ग्रुप बी से 83.50 मीटर का स्वत: क्वालीफिकेशन स्तर हासिल करने वाले खिलाड़ियों सहित शीर्ष 12 खिलाड़ी फाइनल में जगह बनाएंगे। फाइनल सात अगस्त को होंगे।