–वार्डो से 80% गीला और सूखा कचरा अलग-अलग आ रहा है,शहर को कचरा मुक्त बनाने के लिए पहला कदम …जल्द ही बाकी चीजों में सुधार किया जायेगा:निगमायुक्त
दक्षिणापथ, दुर्ग। निगमायुक्त हरेश मंडावी ने स्वच्छतम सुंदरम अभियान के तहत आज वार्ड 33 और 34 में पहुचे,वहाँ लोगो से अलग-अलग गीला और सूखा कचरा को लेकर उनसे फीडबैक लिए। श्रीमती गायत्री मिश्रा ने बताया कि हम लोगो को गीला सूखा कचरा लेने में अच्छा लगता है। हम लोग दो डस्टबीन रखते है, जिसमे एक मे गीला कचरा रखते है और दूसरे मे सूखा कचरा रखते है। सुबह 7 बजे निगम के सफाईकर्मी के आने पर उन्हें कचरा अलग अलग देते है।श्रीमती प्रेमु साहू ने बताया कि मैं हरे रंग के डस्टबीन में गीला कचरा जैसे रसोई का कचरा,फल के छिलके,खराब फल,सब्जी और अन्य को डालता हूँ,सूखा कचरा के लिए मैं नीले रंग के डस्टबीन में प्लास्टिक,बोतल,कागल कप,अखबार,डिब्बे समेत अन्य को उसमें डालता हूँ। इस कड़ी में पूरन लाल चक्रधारी,रधुवंशी यादव, श्रीमती ज्योति के अलावा अन्य लोगो ने भी यही प्रतिक्रिया दिए। इस मौके पर स्वस्थ्य अधिकारी दुर्गेश गुप्ता, स्वच्छता निरीक्षक मेनसिंग मंडावी,सफाई दरोगा राजेन्द्र सर्र्ट,राजू सिंह के अलावा टीम मौजद थे।
शहर के घरों से गीला व सूखा कचरा अलग-अलग लिया जा रहा है। डोर टू डोर सफाई अभियान के तहत घरों में अलग-अलग कचरा रखने के लिए हरा व नीला डस्टबीन दिया गया है।
गीला व सूखा कचरा अलग-अलग रखने से शहर में साफ-सफाई की व्यवस्था बेहतर हो रहा है। स्वच्छतम सुंदरम अभियान के तहत निगमायुक्त हरेश मंडावी ने कहा कि हरे कलर के डस्टबिन में गीला कचरा, जिसमें रसोई का कचरा, फल के छिलके,सड़े फल, सब्जी, बचा भोजन, अंडे के छिलके आदि को डालना है।
नीले रंग के डस्टबिन में प्लास्टिक, बोतलें, कागज कप, प्लेट, पैकेट अखबार, डिब्बे, बॉक्स, पुराने कपड़े आदि को डालना है।
इसके अलावा बेकार कचरों की श्रेणी में आने वाले डायपर, सेनिटरी नैपकिन, पट्टियां,टिशू पेपर, रेजर, प्रयोग में लाई हुई सीरिंज, ब्लेड,स्लाइन की बोतलें आदि को कागज में लपेटकर सूखे कचरे वाले डस्टबिन में डालना है। निगम के सफाईकर्मी सीटी बजाकर घरों से अलग-अलग डस्टबिन में रखे कचरा ले रहे है और इसे अपने रिक्शा गाड़ी पर जमा करेंगे। रिक्शा गाड़ी पर भी कचरा रखने का अलग-अलग हिस्सा बना हुआ है।
लोगों में जागरूकता की जरूरत आने लगी है स्वच्छतम सुंदर अभियान में लोग का सहयोग मिल रहा है,अभी जीरो वेस्ट सेंटर में 80% आ रहा है,गीला और सूखा कचरा अलग अलग आ रहा है। शहर को कचरा मुक्त बनाने के लिए पहला कदम।
अभी कदम पर कदम बढ़ाया जा रहा है,जल्द ही बाकी चीजों में सुधार किया जायेगा।
नगर निगम दुर्गं द्वारा घरों में डोर टू डोर कार्यक्रम के तहत गीला व सूखा कचरा रखने के लिए अलग-अलग प्लास्टिक डस्टबिन का वितरण किया जा रहा है। लेकिन गीला व सूखा कचरा अलग-अलग रखने के लिए कुछ स्लम बस्ती के लोगों में थोड़ा और जागरूकता की आवश्यकता है।