सहायक शिक्षक वेतन विसंगति से परेशान

दक्षिणापथ, दुर्ग। शिक्षकों के वेतन की असमानता सरकार दूर नही कर पा रही है। ऐसे दर्जनों शिक्षक मिलेंगे जिसकी वरिष्ठता मे 6 साल का अंतर है लेकिन, वेतन एकदम एक समान। अब सवाल आता है कि इसे कैसे न्यायसंगत और तार्किक कह सकते हैं?.. उत्तर है बिल्कुल भी तार्किक और न्यायसंगत नही कहा जा सकता क्योंकि एक शिक्षक के पास 8 साल का अनुभव है और दुसरे शिक्षक के पास दो साल का… इसलिए दोनो शिक्षको का वेतन एक समान हो यह… अतार्किक, अन्यायपूर्ण व्यवस्था, वरिष्ठता और अनुभव के साथ भेदभावपूर्ण कार्य है।… जाहिर सी बात है की अनुभव अर्थात कार्य व्यवहार मे तुलनात्मक पारंगतता (कौशल).. इसलिए वरिष्ठता के आधार पर परिलब्धियां तय होती है।… इसलिए वेटेज का तार्किक अर्थ है।… जिस तरह दो वर्ष के अनुभव पर एक वेटेज दिया गया है।… उसी तरह 2 वर्ष अनुभवी एवं 8 वर्ष अनुभवी संविलियित शिक्षको के बीच न्यायपूर्ण व्यवस्था स्थापित हो सके.. जिसकी मांग समय समय पर छ ग के शिक्षक संगठनो ने किये हैं, उस बात को संज्ञान मे लेते हुए प्रदेश के उच्च कार्यालय से तत्संबंधित आदेश जारी हुआ है.. बहुत सारे शिक्षक साथियों एवं संबंधित अधिकारियों मे इसी बात पर.. भ्रम की स्थिति है।…. अमुमन लगभग 8 वर्ष अनुभव पश्चात संविलियित शिक्षक – शिक्षिकाओ को 3 वेटेज अर्थात तीन इंक्रीमेंट का लाभ मिलना न्यायसंगत है।.. क्योंकि अधिकांश शिक्षको का संविलियन 8 वर्ष के सेवा अवधि पूर्ण करने पर.. जुलाई 2018 को हूआ है। इसी तरह सहायक शिक्षक कई साल से वेतन विसंगति दूर करने की मांग करते आ रहे है। बारम्बार आश्वासनों के बावजूद आज तक निराकरण नही किया जा सका है।

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