-तीन दिवंगत कर्मचारियों के परिवारजनों को पचास हजार रुपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत
दक्षिणापथ, दुर्ग। जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित दुर्ग के संचालक मंडल की बैठक बैंक के प्राधिकृत अधिकारी एवं कलेक्टर दुर्ग डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे की अध्यक्षता में संपन्न हुई। मंडल ने सबसे पहला निर्णय कोविड एवं अन्य स्वास्थ्यगत परेशानियों की वजह से दिवंगत छह कर्मचारियों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति देने का लिया। कलेक्टर ने इनकी नियुक्ति की प्रक्रिया शीघ पूरी करने निर्देश दिये। इसके साथ तीन दिवंगत कर्मचारियों के परिवारजनों को भी पचास हजार रुपए की आर्थिक सहायता दी गई। इसके साथ ही पाँच सेवानिवृत्त कर्मचारियों की उपादान भुगतान की स्वीकृति भी की गई। कलेक्टर ने कहा कि अपने उपभोक्ताओं और कर्मचारियों के हितों का ध्यान रखना बैंक की पहली प्राथमिकता है। इसके अनुरूप आगे भी कार्य करते रहें। बैठक में मिलयोर बारा जिला विकास प्रबंधक नाबार्ड एवं विनोद बुनकर उप पंजीयक सहकारी संस्थाएं दुर्ग तथा पंकज सोढ़ी मुख्य कार्यपालन अधिकारी उपस्थित रहे।
मोबाइल बैंकिंग की सुविधाओं को निरंतर मजबूत करने दिये निर्देश
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि उपभोक्ताओं के लिए बैंक मोबाइल बैंकिंग की जितनी उपयोगी सुविधाएं हैं सभी उपलब्ध कराने की दिशा में कार्य किया जाए। मोबाइल बैंकिंग की मजबूत सुविधा से उपभोक्ता बैंक सेवाओं की ओर आकर्षित होते हैं। बैंक को ज्यादा से ज्यादा उपभोक्ता की जरूरतों के मुताबिक अपडेट करें। उन्होंने खरीफ के सीजन के मुताबिक व्यवस्था की निरंतर मानिटरिंग के निर्देश भी दिये।
अहिवारा धमधा में नवीन भवन बनेंगे
अहिवारा/धमधा के लिए बैठक में नवीन भवन निर्माण की स्वीकृति दी गयी। किसान क्रेडिट कार्डधारी सदस्यों के लिए निर्धारित फसल ऋण साख सीमा निर्धारण की पुष्टि की गई। बैंक की शाखावार अमानतों की समीक्षा तरल संपत्तियों की समीक्षा, ऋण वसूली एवं रबी ऋण वितरण की समीक्षा, बैंक के एनपीए ऋणों की मार्च 2021 की स्थिति में समीक्षा की गई। वित्तीय वर्ष 2020-21 हेतु सांविधिक अंकेक्षक की नियुक्ति की गई, जमा सावधि/बचत अमानतों पर ब्याज दरों का पुनरीक्षण किया गया। बैंक द्वारा विभिन्न मदों में की गयी निवेश की समीक्षा की गयी।
इन्हें मिली अनुकंपा नियुक्ति
लिपिक पद के लिए धनंजय कु मार मारकण्डे, चेतन सिन्हा, सतीश कुमार को नियुक्ति के लिए स्वीकृति दी गई। इसी तरह श्रीमती ईश्वरीबाई पडोटी, चुलेश्वर ठाकुर, भीमेन्द्र देशमुख को भृत्य पद में नियुक्ति के लिए स्वीकृति दी गई।
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