-कैट सी.जी. चैप्टर ने विश्व पर्यावरण दिवस पर एक व्यापारी एक पेड़ अभियान का नारा दिया
दक्षिणापथ, दुर्ग ।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रदेश उपाध्यक्ष पवन बड़जात्या, प्रदेश प्रभारी मोहम्मद अली हिरानी, प्रदेश मीडिया प्रभारी संजय चौबे, दुर्ग जिला इकाई अध्यक्ष प्रहलाद रूंगटा, अमर कोटवानी, अनिल बल्लेवार, रवि केवलतानी, आशीष निमजे ने बताया कि ‘‘साँसे हो रही हैं कम-आओ वृक्ष लगाएं हम’’ के स्लोगन के साथ देश में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए कनफेडेरशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने विश्व पर्यावरण दिवस को देश भर में बड़े पैमाने पर मनाते हुए आज से देश भर के व्यापारियों को साथ लेते हुए एक बहुआयामी ष्ऑक्सी भारतष् राष्ट्रीय अभियान शुरू किया जिसमें 31 मई 2022 तक देश भर में 1 करोड़ वृक्ष लगाए जाने का संकल्प लियां वहीं इस एक वर्ष की अवधि के दौरान देश भर में 2 करोड़ व्यापारियों, उनके कर्मचारियों एवं ग्राहकों से एक संकल्प पत्र भरवाया जाएगा जिसमें पर्यावरण की रक्षा एवं वर्ष भर में वृक्षारोपण अभियान को लगातार चलाने का संकल्प लिया जाएगा ।

इसी कड़ी में कैट सी.जी. चैप्टर के प्रदेश मीडिया प्रभारी संजय चौबे के द्वारा वृक्षारोपण करके एक व्यापारी एक पेड़ अभियान की शुरूवात की गई एवं विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया। कैट दुर्ग जिला इकाई अध्यक्ष प्रहलाद रूंगटा ने बताया की प्रदेश सभी ईकाइयो में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया एवं एक व्यापारी एक पेड़ अभियान की शुरूआत अपने -अपने ईकाइयों में किया। कैट दुर्ग जिला इकाई ने श्री अमर कोटवानी को एक व्यापारी एक पेड़ अभियान का जिला संयोजक नियुक्त किया है।
कैट के संजय चौबे एक पवन बड़जात्या ने बताया की ऑक्सीभारत जैसे राष्ट्रीय अभियान के अंतर्गत बड़े पैमाने पर देश के सभी राज्यों के विभिन्न शहरों के बाग-बगीचे, स्कूल-कॉलेज, अस्पताल एवं अन्य सार्वजानिक स्थलों पर
व्यापारियों द्वारा बड़े पैमाने पर स्मृति वन भी स्थापित किये जाएंगे जिसमें व्यापारी अपने परिवारों के दिवंगत हो चुके लोगों की स्मृति में एक साथ सौ से अधिक पौधे लगाएंगे और उनकी देखभाल भी करेंगे जिससे यह पौधे विकसित होकर बड़े वृक्ष का रूप लेंगे और न केवल पर्यावरण को संरक्षित करेंगे बल्कि ऑक्सीजन के प्रवाह की भी वृद्धि करेंगे । उन्होंने यह भी कहा की इस अभियान की सार्थकता जभी है जब देश में ’रेन वाटर हार्वेस्टिंग ’ को भी प्राथमिकता के स्तर पर शुरू किया जाए जिससे पौधों की आवश्यकता के अनुसार जल के द्वारा सिंचाई भी हो सके। यह इसलिए भी जरूरी है क्योंकि देश के अनेक भागों में जल की बड़ी कमी हैं क्योंकि जल का भू-स्तर काफी कम हो गया है ।
संजय चौबे ने बताया की आज इस अभियान को शुरू करते हुए देश सहित देश के विभिन्न राज्यों के 1100 से अधिक शहरों में व्यापारी संगठनों ने सार्वजनिक स्थानों पर एवं व्यापारियों ने अपने घरों में लगभग 2 लाख से अधिक पौधे लगाए जिसकी देख रेख भी व्यापारी संगठन एवं व्यापारी अपने निजी स्तर पर करेंगे। पूरे देश में लगभग 5 लाख संकल्प पत्र भी भरे गए एवं 1000 से अधिक स्मृति वन भी लगाए गए !
संजय चौबे ने कहा की संपूर्ण देश में कोरोना संक्रमण से सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक 4 लाख लोगों की मृत्यु हो चुकी है और 30 करोड़ से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमण से प्रभावित हुए हैं जिसका बहुत बड़ा कारण ऑक्सीजन की कमी दिखाई दी है। उन्होंने कहा की कोरोना संक्रमण के बाद लोगों को पर्यावरण संरक्षण और ऑक्सीजन का महत्व समझ में आया है और उसी को ध्यान में रखते हुए कैट ने देश भर के व्यापारियों को एक साथ जोड़कर वृक्षारोपण के इस ऑक्सी भारत महाअभियान की शुरुआत की है। इस अभियान के साथ न केवल व्यापारी बल्कि ट्रांसपोर्ट, किसान, लघु उद्योग, महिला उद्यमी, अन्य सामजिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक संगठनों सहित बड़े पैमाने पर समाज के सभी वर्गों को जोड़ा जाएगा।

संजय चौबे एवम प्रहलाद रूंगटा ने कहा की पेड़ों को धरती पर ऑक्सीजन का इकलौता एवं श्रेष्ठ स्त्रोत माना जाता है। जब तक पर्यावरण में ऑक्सीजन नहीं होगी तो किसी भी प्लांट में जरूरत के लिए ऑक्सीजन का उत्पादन करना मुश्किल काम है, इसलिए बहुत जरूरी है कि हम पेड़ों को लगाने पर जोर दें और इसी उद्देश्य के साथ कैट ने इस अभियान को देश भर में शुरू किया है ! ’एक व्यापारी -एक पेड़ ’ पर जोर देते हुए कैट ने देश भर के व्यापारियों से अपील की है की वो एक पौधा अपने घर में एवं एक पौधा अपनी दूकान पर अवश्य लगाएं वहीं कैट ने सभी उद्योगों से भी आग्रह किया है की वो अपने कारखानों में ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाने पर जोर दें ।
ऑक्सी भारत अभियान के दुर्ग जिला संयोजक एवं कोषाध्यक्ष अमर कोटवानी ने बताया की इस अभियान के अंतर्गत विशेष तौर पर ज्यादा ऑक्सीजन देने वाले पौधों को रोपित किया जाएगा जिसमें विशेष तौर पर ’पीपल, बरगद, नीम, अशोक, जामुन, तुलसी, बांस ’ आदि को लगाने पर प्राथमिकता दी जायेगी । उन्होंने बताया की जमीन का अधिकांश हिस्सा समुद्री होने की वजह से समुद्री पौधे (मैरीन प्लांट्स) पृथ्वी को सबसे ज्यादा ऑक्सीजन देते हैं। बताया जाता है कि वातावरण में मौजूद 70 से 80 फीसदी ऑक्सीजन इन पौधे से से ही बनाई जाती है। ये पौधे जमीनी पौधों से ज्यादा ऑक्सीजन बनाते हैं। पत्तियां एक घंटे में 5 मिलीलीटर ऑक्सीजन बनाती हैं इसलिए जिस पेड़ में ज्यादा पत्तियां होती हैं वो पेड़ सबसे ज्यादा ऑक्सीजन प्रदान करते हैं !
चौबे एवम रूंगटा ने कहा की पीस लिली का पौधा वातावरण को स्वच्छ करने और वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने के लिए घर में लगाया जाता है। बहुत अधिक पत्तियों वाला ये पेड़ ऑक्सीजन की मात्रा बढाता है। इसलिए कैट ने देश के सभी व्यापारियों से इस पौधे को अपने घर में लगाने का आग्रह किया है। उन्होंने बताया की इस अभियान में देश के सभी राज्यों के 40 हजार से ज्यादा व्यापारी संगठन जुड़ कर पूरे देश में वृक्षारोपण के प्रति एक विशेष जन-जागरण अभियान भी चलाएंगे।
कार्यक्रम में कैट सी.जी. चैप्टर के पदाधिकारी एवं व्यापारीगण मुख्य रूप से उपस्थित रहे:- मुख्य रूप कैट के प्रदेश उपाध्यक्ष पवन बड़जात्या, प्रदेश एमएसएमई प्रभारी मोहम्मद अली हिरानी, चेम्बर के दर्शनलाल ठाकवानी, रोहित कुमार, प्रदेश मिडिया प्रभारी संजय चौबे, दुर्ग जिला कैट इकाई अध्यक्ष प्रहलाद रुंगटा, आशीष निमजे, रवि केव्लातनी, एवं एलआईजी ग्राउंड निवासी डीएस पठानिया,शांति लाल जैन, एस.के.लहरी, रमेश चोपड़ा, वी.आर.जी.नायर, श्री बोटके, अनिल शुक्ला, राजेश पठानिया

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