दक्षिणापथ, दुर्ग (गुलाब देशमुख)। छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा गरवा घुरवा बाड़ी के तहत नियुक्त होने वाले गौठान अध्यक्ष जैसे पद के लिए क्षेत्र के दुर्ग जिला पंचायत अध्यक्ष शालिनी रिवेंद्र यादव ने क्षेत्रीय जनपद सदस्य व सभापति विक्की (ज्ञानेश्वर) मिश्रा से बिना पूछे अपने तरफ से नाम प्रस्तावित किए जाने पर क्षेत्रीय जनपद सदस्य विक्की मिश्रा ने शालिनी रिवेंद्र यादव को फोन कर कड़ी आपत्ति जताई है।
विदित हो कि फंड और जमीन की कमी से देर से पीसेगांव एवं कोलिहापुरी, महमरा में गौठान निर्माण एवं समिति अध्यक्ष का नाम प्रस्तावित होना था जिस पर मंत्री बंगले से मुहर लग गौठान अध्यक्ष नियुक्त किया जाता। ग्राम महमरा के गौठान अध्यक्ष के लिए क्षेत्रीय जनपद सदस्य विक्की मिश्रा ने सुखनंदन निषाद का नाम प्रस्तावित किया था वही जिला पंचायत अध्यक्ष व क्षेत्रीय जिला पंचायत सदस्य शालिनी यादव ने जनपद सदस्य से बिना चर्चा किए प्यारी बाई निषाद का नाम दे दिया जिससे जनपद सदस्य व कांग्रेसी कार्यकर्ता विक्की मिश्रा नाराज हो गए हैं। वही उनके समर्थकों ने कड़ी नाराजगी जाहिर की है और अपने नेता की अनदेखी के चलते आने वाले समय में अपनी पार्टी के रवैया के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है।
विक्की मिश्रा ने बताया कि गौठान समिति के अध्यक्ष के लिए क्षेत्र के दिग्गज कांग्रेसी नेता केशव बंटी हरमुख को मंत्री बंगले से फोन आने पर विक्की मिश्रा से चर्चा किया गया अपने क्षेत्र के तीनों गांव में आपसी समन्वय व चर्चा कर नाम फाइनल किया गया लेकिन महमरा में जिला पंचायत अध्यक्ष के मनमानी से 2 नाम अग्रेषित हो गया। जिसे विक्की मिश्रा नाराज हो गए फोन कर शालिनी यादव से जानने की कोशिश की तब मंत्री पुत्र हर्ष साहू का नाम लेकर टालते हुए फोन काट दिया गया।
इसके पूर्व भी दुर्ग ग्रामीण विधानसभा में विधायक निधि से मास्क वितरण व सैनिटाइजिंग को लेकर भी क्षेत्रीय जनपद सदस्य व कांग्रेसी कार्यकर्ता की अवहेलना की गई। वहीं महमरा के सड़क निर्माण के भूमि पूजन में भी पूछा नहीं गया। विक्की मिश्रा ने कहा कि बार-बार के अवहेलना से सब्र का बांध टूट गया है। दुर्ग ग्रामीण विधानसभा में सेक्टर प्रभारी के रूप में काम किया हूं व 15 वर्षों से कांग्रेस का झंडा उठा रहे हैं छोटे-छोटे कामों में भी तवज्जो नहीं मिल रही है अब अपने ही सरकार के प्रति निष्ठा कम होती जा रही है। उनके समर्थकों में मोनू निषाद, रूपेश निषाद,दीपेश निषाद, जितेन्द्र साहू, धर्मेंद्र देशमुख, युगल देशमुख, महेश्वर देशमुख, पंच राजेश चक्रधारी केसर निषाद ने भी कड़ी नाराजगी जाहिर की है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि खुद की पार्टी की सरकार होते हुए इस तरह से जनप्रतिनिधियों में आपसी खींचतान से पार्टी कमजोर होगा।और आने वाले समय में दुर्ग ग्रामीण विधानसभा में इस प्रकार की अवहेलना भारी पड़ सकती है।

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