बिलासपुर । शहर के बीच मगरपारा के किम्स हॉस्पिटल में हो रही लापरवाही को लेकर रोज वीडियो वाइरल हो रहा। परिजन चीख- चीख पर हॉस्पिटल की अव्यवस्था को कोस रहे। सारे जिम्मेदार अफसर और जनप्रतिनिधि शोषल मीडिया से जुड़े है वे भी देख रहे पर 1000 का 1500 लेने पर एक सेंटर को सील करने वाला स्वास्थ्य महकमा जाग रहा न नोडल अफसर नियुक्त करने वाला जिला प्रशासन। लगता है कि किसी बड़ी अनहोनी के बाद ही कुछ हो सकेगा।
ये चकरभाठा की निशि रानी तिवारी है, जो इस वीडियो में रोते हुए बदहवास होकर अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगा रही। उसका कहना है की गत 17 अप्रैल को उसके पति को यहां भर्ती कराया गया था।
सोमवार को उन्होंने अपनी पत्नी को कॉल कर कहा कि अब वह ठीक हो गया है। वो बता रही कि लगभग 10 बजे उसने यह बताने कॉल किया और 2 घण्टे बाद 12 बजे पति की मौत हो गई। कहा जा रहा कि वे पॉजिटिव थे उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी थी। 2-3 लाख रुपये खर्च हो गए पैसा भी गया और जीवनसाथी का साथ भी छूट गया।
किम्स हॉस्पिटल की लापरवाही निरंतर जारी है। इसके पहले भी किम्स पर ऑक्सीजन पाइप निकाल देने की शिकायत मिली थी अभी हाल पर ही किम्स प्रबंधन ने एक बुजुर्ग माता-पिता की भी जान ली। बच्चे रो-रो कर किम्स हॉस्पिटल के आगे धरना दे दिए थे। अभी हाल पर ही बीजेपी के सक्रिय सदस्य अजीत तिवारी की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बावजूद उनकी मौत अचानक हो गई। ऐसे हॉस्पिटल पर रोक लगनी चाहिए। इस हॉस्पिटल की मान्यता खत्म होनी चाहिए। इन सभी मांगों के साथ पर सभी हिंदू संगठन यह मांग करता है कि इस हॉस्पिटल को बंद किया जाए इसकी मान्यता रद्द किया जाए।
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