नई दिल्ली । कोरोना काल में बंद भारतीय रेल की नियमित यात्री सेवा अप्रैल से अपने पूर्व रूप में आ सकती है। साथ ही रेलवे नया टाइम टेबल भी लागू कर सकती है। अभी रेलवे विशेष मेल एक्सप्रेस ट्रेन चला रहा है जो पूरी तरह आरक्षित श्रेणी की है। कुछ जगह लोकल व उपनगरीय सेवाएं शुरू की गई है, लेकिन अभी भी लगभग 35 फीसदी यात्री ट्रेनें बंद है। कोरोना संक्रमण के मामलों में आ रही कमी और टीकाकरण अभियान शुरू होने के बाद भारतीय रेल अपनी यात्री ट्रेन सेवाओं की समीक्षा कर रही है। अभी लगभग 1150 मेल एक्सप्रेस गाड़ियां विशेष श्रेणी में चलना शुरू हो गई हैं और लगातार इन गाड़ियों की संख्या बढ़ ही रही है। रेल मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, सब कुछ ठीक रहा तो अगले वित्तीय वर्ष में 01 अप्रैल से भारतीय रेल अपनी नियमित रेल यात्री सेवाओं को शुरू कर देगी। रेलवे की तैयारी नए रेलवे टाइम टेबल को लागू करने की भी है, जिस पर पिछले एक साल से काफी काम किया जा चुका है। नया टाइम टेबल ट्रेनों के परिचालन की भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसमें ट्रेनों की संख्या के साथ उनकी गति को भी बढ़ाया जा रहा है। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि नियमित रेल यात्री सेवा शुरू होने के साथ ही नया टाइम टेबल भी लागू कर दिया जाएगा। रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नियमित रेल यात्री सेवा शुरू करने के लिए महामारी के चलते गृह मंत्रालय की मंजूरी जरूरी है। उम्मीद है कि मार्च तक कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में आने के बाद वह मिल सकती है। रेलवे पहले भी कई बार कह चुका है कि वह कभी भी अपनी यात्री सेवाओं को पूरी तरह शुरू करने को तैयार है लेकिन कोविड प्रोटोकॉल के लिए उसे जरूरी अनुमति चाहिए। अभी भारतीय रेल विशेष श्रेणी में राजधानी, शताब्दी, दुरंतो समेत लगभग 1150 मेल एक्सप्रेस ट्रेन चला रहा है जो कुल मेल एक्सप्रेस ट्रेनों का लगभग 65 फीसदी है। इसके अलावा मुंबई लोकल और कोलकाता मेट्रो समेत कुछ उपनगरीय सेवाएं और विभिन्न जोनों में कुछ पैसेंजर सेवाएं भी शुरू की जा चुकी है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र समेत अन्य क्षेत्रों में लोकल और स्थानीय सेवाओं को भी जल्द शुरू किए जाने की संभावना है।
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