अहिंसात्मक शहद रहित च्‍यवनप्राश

by sadmin

इस समय कोरोना वायरस के डर के साथ-साथ होने वाले संक्रमणों का खतरा भी मंडरा रहा है। ऐसे में च्‍यवनप्राश की मदद से आप अपने की इम्‍युनिटी को बढ़ा सकते हैं।च्यवनप्राश में बहुत घटक द्रव्य होते हैं जो बल्य ,रसायन के साथ पौष्टिकता से भरपूर होते हैं ,पर बाजार में मिलने वाले च्यवनप्राश में शहद का उपयोग का होता हैं जिससे बहुत से लोग इसका उपयोग करने से वंचित होना पड़ता हैं। यदि यह रसायन शहद आदि अन्य अभक्ष्य पदार्थों से रहित हो तो बहुत अच्छा होगा। इसके उपयोग में घटक अपने हिसाब से भी डाल सकते हैं
कोरोना को हराने का एक ही तरीका है और वो है इम्‍युनिटी बढ़ाना। इम्‍यून सिस्‍टम को मजबूत करने में च्‍यवनप्राश भी बहुत फायदेमंद होता है। बच्‍चों की इम्‍युनिटी वयस्‍कों की तुलना में कम होती है इसलिए कोरोना काल में बच्‍चों को सुरक्षित रखने के लिए आपको ज्‍यादा मेहनत करनी पड़ेगी।
इम्‍युनिटी पॉवर बढ़ाने के लिए आप घर पर ही च्‍यवनप्राश बना सकते हैं। यहां हम आपको घर पर च्यवनप्राश बनाने की विधि के बारे में बता रहे हैं जिससे इम्‍युनिटी बढ़ेगी।
च्‍यवनप्राश बनाने में 40 मिनट का समय लगेगा और ये च्‍यवनप्राश आप 10 महीने से लेकर अधिक उम्र के वयस्कों को खिला सकते हैं।
च्‍यवनप्राश बनाने के लिए आपको आधा किलो आंवला, एक कप गुड़, 5 चम्‍मच घी, मुट्ठीभर किशमिश (बिना बीज के) और 11 से 12 मुलायम खजूर (बिना बीज के) जरूरत होगी।
मसाले के लिए 6 से 8 हरी इलायची, 9 से 10 काली मिर्च के दाने, एक चम्‍मच दालचीनी पाउडर, एक चम्‍मच सौंफ,तीन-चार केसर के टुकड़े, आधा चक्र फूल (स्‍टार अनीस), एक चम्‍मच जीरा और 8 से 9 लौंग लें।इस सामग्री से आप 100 ग्राम च्‍यवनप्राश बना सकते हैं।
च्यवनप्राश बनाने का तरीका बताएं
सबसे पहले आंवले को धो लें और तेज आंच पर प्रेशर कुकर में दो सीटी लगाकर आंवले को उबाल लें। ठंडा होने पर पानी को एक कटोरे में छान लें और उसमें किशमिश और खजूर डालकर 10 मिनट तक छोड़ दें।
इसके बाद आांवले, किशमिश और खजूर को मिक्‍सी में पीसकर पेस्‍ट तैयार कर लें। अब एक पैन लें और उसमें थोड़ा घी डालकर आंवले का पेस्‍ट डालें। इसे 10 मिनट तक पकाएं, जब तक कि घी अलग न होने लगे।
इसके बाद पेस्‍ट में गुड़ डालकर 5 मिनट तक पकाएं। अब मसाले डाल दे। अगर स्‍वाद मीठे की बजाय खट्टा लग रहा है तो थोड़ा और गुड़ डाल दें।
अब धीमी आंच पर इसे थोड़ा चिपचिपा होने तक पकने दें। इसके बाद इसे ठंडा कर लें और फिर एयर टाइट कंटेनर में भर कर फ्रिज में रख दें।
दिन में किसी भी समय या एक गिलास दूध के साथ एक चम्‍मच च्‍यवनप्राश खाएं। वैसे च्‍यवनप्राश खाने का सही समय सुबह नाश्‍ते से पहले और रात को खाने से पहले होता है। सुबह एक गिलास गुनगुने दूध के साथ च्‍यवनप्राश खिलाएं और रात को एक कप गुनगुने दूध के साथ एक चम्‍मच च्‍यवनप्राश खिला सकते हैं।
फ्रिज में रखने पर ये च्‍यवनप्राश दो महीने तक चल सकता है। चूंकि, आपने च्‍यवनप्राश में गुड़ डाला है इसलिए मिठास बढ़ाने के लिए शहद का इस्‍तेमाल न करें।
ये च्‍यवनप्राश बच्‍चों/वयस्कों के लिए इम्‍युनिटी बढ़ाने का काम करेगा। इससे सब बैक्‍टीरियल और फंगल संक्रमण से बचे रहेंगें। इसके सेवन से पाचन दुरुस्‍त रहेगा। कब्ज़ दूर करने के लिए गुनगुने पानी के साथ एक चम्‍मच च्‍यवनप्राश खिलाएं।
इसके अलावा च्‍यवनप्राश में मौजूद जरूरी पोषक तत्‍व याददाश्‍त को तेज करते हैं। च्‍यवनप्राश के नियमित सेवन से मस्तिष्‍क के कार्यों में सुधार आता है। इससे सबको एनर्जी भी मिलती है।
आजकल यह बहुत महंगा होता हैं जिसे सामान्य वर्ग नहीं उपयोग कर सकता हैं/पता हैं ,ऊपरी पद्धति से आप सुगमता से अहिंसात्मक चयवनप्राश बना सकते हैं जो सस्ता ,सुगम और शुद्ध होगा

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