जांजगीर चांपा/कवर्धा/मनेंद्रगढ़। आचार संहिता के सख्त निर्देश के बावजूद कर्मचारियों की लापरवाही सामने आ रही है। कहीं कर्मचारी शराब के नशे में प्रशिक्षण में पहुंच रहे हैं, तो वहीं शिक्षक सोशल मीडिया में राजनीतिक पोस्ट कर रहे हैं। चुनाव ड्यूटी अतिआवश्यक सेवा होने के बावजूद कई शिक्षक व कर्मचारी बिना सूचना के ही ट्रेनिंग गायब हो रहे हैं।
जांजगीर-चांपा में निर्वाचन ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर 120 कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया है। जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा है। जानकारी के मुताबिक पूर्व सूचना के बावजूद निर्वाचन ट्रेनिंग में कर्मचारी नहीं पहुंचे। जिन्हें नोटिस जारी किया गया है, वो सभी कर्मचारी अलग अलग विभाग में पदस्थ हैं। इधर कर्मचारीयों के पास नोटिस पहुंचने पर कर्मचारी सकते में हैं। कर्मचारीयो के नोटिस के जवाब के बाद निलंबन की कार्यवाही हो सकती है ।
निर्वाचन कार्य मे लापरवाही बरतने वाले 14 कर्मचारियों को जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने नोटिस दिया है। मतदान प्रशिक्षण मे उपस्थित नही के चलते नोटिस दिया गया। इनमे 3 पीठासीन अधिकारी, 4 मतदान अधिकारी सहित 14 लोगों को नोटिस जारी हुआ है। जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर जन्मेजय महोबे नोटिस जारी किया है।
दो शिक्षकों ने फेसबुक पर राजनीतिक पोस्ट की थी, जिसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी व कलेक्टर नरेंद्र दुग्गा ने दो शिक्षकों को नोटिस जारी किय है। जिन दो शिक्षकों को नोटिस जारी किया गया है, उनमे एक टी विजय गोपाल राव हैं जिन्होंने फ़ेसबुक पर कांग्रेस प्रत्याशी घोषित होने पर गुलाब कमरो को बधाई और शुभकामनाएँ दीं थी। वहीं दूसरे शिक्षक उदय प्रताप सिंह हैं जो फ़ेसबुक पर टीएस सिंहदेव के कार्यक्रम की तस्वीरें शेयर की। टी विजय गोपाल राव मनेंद्रगढ़ में ही पदस्थ हैं, वहीं उदय प्रताप सिंह भरतपुर के भगवानपुर में पदस्थ हैं। दोनों शिक्षकों से तीन दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। नोटिस में कलेक्टर ने ये भी लिखा है कि अगर जवाब नहीं आया तो एक पक्षीय कार्रवाई की जायेगी।