ShorGul.news । मासिक शिवरात्रि का शास्त्रों में विशेष महत्व बताया गया है। यह दिन भगवान शिव को समर्पित होता है। पंचांग के अनुसार हर महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। माघ शिवरात्रि इस महीने 20 जनवरी को पड़ रही है। साथ ही इसके बाद महाशिवरात्रि भी पड़ेगी। मान्यता के अनुसार जो लोग मासिक शिवरात्रि के दिन व्रत रखते हैं, उन पर भगवान शिव की हमेशा कृपा रहती है। साथ ही शिवजी की उपासना करने से सभी मनोरथ पूर्ण होते हैं। मान्यता है कि जो व्यक्ति सच्चे मन से इस दिन व्रत और भगवान शिव की आराधना करता है, भोलेनाथ की उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।
माघ मासिक शिवरात्रि तिथि 20 जनवरी को सुबह 9.58 बजे आरंभ हो रही
वैदिक पंचांग के मुताबिक इस साल माघ महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 20 जनवरी को सुबह 9.58 बजे आरंभ हो रही है। साथ ही यह तिथि अगले दिन 21 जनवरी को सुबह 6.16 बजे समाप्त हो जाएगी। मासिक शिवरात्रि की पूजा निशीथ काल में करने का विधान है इसलिए मासिक शिवरात्रि 20 जनवरी को ही मनाई जाएगी।
पूजा का शुभ मुहूर्त शाम को 6.6 बजे से शुरू होगा
मासिक शिवरात्रि पर निशीथ काल में पूजा की जाती है इसलिए शुभ मुहूर्त शाम को 6.6 बजे से शुरू होगा और रात को 9 बजकर 6 मिनट तक रहेगा। इस बीच में आप भगवान शिव की उपासना कर सकते हैं। वहीं इस दिन भद्रा भी लग रही हैं लेकिन भद्रा का प्रभाव पृथ्वी पर नहीं होगा। क्योंकि यह पाताल लोक की भद्रा हैं।
रुद्राभिषेक करने से दूर होते हैं रोग
मासिक शिवरात्रि के दिन सुबह जल्दी स्नान करके, साफ सुथरे वस्त्र पहनकर किसी मंदिर में जाकर शिव परिवार की अराधना करना चाहिे। इस दौरान शिवलिंग का रुद्राभिषेक जल, शुद्ध घी, दूध, शक्कर, शहद, दही आदि से करने के बाद भगवान शिव का अभिषेक करने से आरोग्य की प्राप्ति होती है। साथ ही यश और प्रतिष्ठा की प्राप्ति होती है। शिव पूजा करते समय शिव स्तुति, शिव अष्टक, शिव चालीसा और शिव श्लोक का पाठ करना चाहिए। इस दिन शाम को फल ग्रहण कर सकते हैं लेकिन तामसिक चीजों के सेवन से बचना चाहिए।