रायपुर, ShorGul.news । प्रदेश भाजपा के प्रभारी ओम माथुर के नई दिल्ली निवास पर छत्तीसगढ़ भाजपा के नेताओं की रात्रि में आवश्यक बैठक रखी गई है। इस बैठक के समाप्त होते ही केंद्रीय मंत्री परिषद और केंद्रीय भाजपा संगठन में बड़ा फेरबदल लगभग तय माना जा रहा है। केंद्रीय मंत्रिमंडल में संभावित फेरबदल के मद्देनजर छत्तीसगढ़ से 4 नाम चर्चा में है। ओम माथुर के यहां चल रही बैठक में किसी एक नाम पर सर्वानुमति बनाने का प्रयास किया जा रहा है। केंद्रीय मंत्रिमंडल में छत्तीसगढ़ से रेणुका सिंह के रूप में आदिवासी वर्ग का प्रतिनिधित्व पहले से मिला हुआ है इसलिए पिछड़ा वर्ग को प्रतिनिधत्व देने सहमति देने का प्रयास किया जा रहा है। पिछड़ा वर्ग से अरूण साव, विजय बघेल और गुहाराम अजगले ये तीन नाम सबसे उपर हैं लेकिन इनमें से किसी एक नाम पर सहमति बनाने का प्रयास किया जाएगा। वैसे दुर्ग से राज्यसभा सांसद सरोज पांडे भी पूरा जोर लगा रही हैं।
इस बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल सहित भाजपा के 9 लोकसभा के सांसद और एक राज्यसभा के सांसद इस बैठक में शामिल हैं। बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कोरबा दौरे के बाद छत्तीसगढ़ भाजपा में हलचल बढ़ गई है। केंद्रीय गृहमंत्री के निर्देश पर हो रही बैठक का भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा मार्गदर्शन कर रहे हैं जहां 2023 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के बारे में गंभीर रणनीति पर चिंतन हो रहा है। यहां प्रदेश चुनाव प्रभारी से लेकर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपने पर गहन चर्चा की जा रही है। रात्रि में चल रही यह बैठक काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इसके बाद 16 जनवरी एवं 17 जनवरी को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की महत्वपूर्ण बैठक नई दिल्ली में ही आयोजित की जाएगी।
3 मंत्री संगठन में जाएंगे
नई दिल्ली के विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, धर्मेंद्र प्रधान, अनुराग ठाकुर एवं हाल ही में संपन्न हुए गुजरात विधानसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सीआर पाटिल को नई दिल्ली में कोई महत्वपूर्ण स्थान मिलने जा रहा है। 2023 में 9 राज्यों के विधानसभा चुनाव की रणनीति पर भी इस राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में गंभीर चर्चा होगी और रणनीति बनाई जाएगी, 9 राज्य कर्नाटक (अप्रैल/मई), तेलंगाना (फरवरी) मध्य प्रदेश (नवंबर), छत्तीसगढ़ (नवंबर), राजस्थान (नवंबर), मेघालय (फरवरी/मार्च), नागालैंड (फरवरी/मार्च) त्रिपुरा (फरवरी/मार्च) एवं मिजोरम (दिसंबर) में विधानसभा चुनाव होने हैं। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि जम्मू एवं कश्मीर विधानसभा के भी चुनाव की भी संभावना बनी हुई है। 2023 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को अपने 6 राज्य जहां पूर्ण बहुमत की सरकार या फिर मिलीजुली सरकार है उस सरकार को बचाने की चुनौती भी है। वहीं 31 जनवरी 2023 से लोकसभा और राज्यसभा का बजट सत्र प्रारंभ हो रहा है 1 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण 2023 एवं 2024 का बजट पेश करेंगी।
चुनावी राज्यों के सांसदों को मिल सकती है मंत्रिमंडल में जगह
लोकसभा और राज्यसभा का बजट सत्र प्रारंभ होने के पहले संभावना है कि 25 जनवरी तक केंद्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल हो जाएगा। कुछ प्रभावशाली और तेजतर्रार मंत्रियों को संगठन में भी भेजा जाएगा। मंत्रिपरिषद के फेरबदल में जो नई दिल्ली सूत्र बता रहे हैं उसके अनुसार कर्नाटक छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश राजस्थान के सांसदों को कोई स्थान केंद्रीय राज्यमंत्री के रूप में मिल सकता है। 23 जनवरी 2023 को वर्तमान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, उस पर भी इस राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में निर्णय लिया जाएगा कि उन्हें एक्सटेंशन दिया जाए या फिर उनके स्थान पर किसी नए चेहरे को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाए। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चुनाव जो हाल ही में संपन्न हुए हैं उसमें भाजपा की हुई करारी हार से जगत प्रसाद नड्डा के साथ-साथ अनुराग ठाकुर का भी प्रभाव थोड़ा कम हुआ है।
हर सांसद को 7/8 क्षेत्रों की दी जाएगी जवाबदारी
26 जनवरी के बाद केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्यों को देश के 436 लोकसभा क्षेत्र में जाने का निर्देश दिया जाएगा। प्रत्येक मंत्री को 7 से 8 लोकसभा क्षेत्रों की जवाबदारी दी जाएगी। उन्हें निर्देश दिया गया है कि प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में केंद्र सरकार की जानकारी और कल्याणकारी नीतियों का जनता में क्या प्रभाव है, कार्यकर्ताओं की क्या मानसिकता है, उसकी पूरी आंतरिक रिपोर्ट प्रधानमंत्री कार्यालय एवं भाजपा के राष्ट्रीय कार्यालय 6 पंडित दीनदयाल मार्ग नई दिल्ली को सौंपी जाए।