दुर्ग। परीक्षाओं के दौरान महाविद्यालयों के प्राचार्य अपने महाविद्यालय में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें। प्राचार्य की अनुपस्थिति से परीक्षा संचालन में आने वाली किसी भी समस्या के निराकरण में कठिनाई होती है। ये उद्गार हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग की कुलपति, डॉ अरूणा पल्टा ने विभिन्न महाविद्यालय के सेमेस्टर परीक्षाओं के आकस्मिक निरीक्षण के बाद व्यक्त कियें। डॉ पल्टा ने बताया कि महाविद्यालय के प्राचार्य की अनुपस्थिति के कारण शिक्षक एवं कर्मचारी दोनों ही संवर्ग परीक्षाओं को गंभीरता से नहीं लेते जिससे सदैव त्रुटि की संभावना बनी रहती हैं। उच्च परीक्षा विभाग, छत्तीसगढ़ शासन का स्पष्ट निर्देश है कि यदि कोई प्राचार्य आवश्यक कार्यवश अवकाश पर रहते हैं अथवा अल्प अवधि के लिए महाविद्यालय से बाहर जाते हैं तो इसकी सूचना अपर संचालक, उच्च शिक्षा को देना आवश्यक है, परन्तु अचानक निरीक्षण के दौरान जिन महाविद्यालयों में प्राचार्य अनुपस्थित मिले उनसे संबंधित कोई भी सूचना दुर्ग संभाग के अपर संचालक के पास उपलब्ध नहीं थीं।
उल्लेखनीय है कि हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के अंतर्गत चल रही सेमेस्टर परीक्षाओं के सुचारू संचालन के लिए कुलपति एवं विश्वविद्यालय के अधिकारी लगातार महाविद्यालयों का आकस्मिक निरीक्षण कर रहे हैं। विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि कबीरधाम जिले से नकल प्रकरण के रूप में पांच मोबाइल जब्त कर नकल प्रकरण संबंधी आवश्यक कार्रवाई की जा रही हैं।
कुलपति, डॉ पल्टा एवं विश्वविद्यालय के एनएसएस समन्वयक, डॉ आर. पी. अग्रवाल ने आज राजनांदगाव के शासकीय शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय, शासकीय कमला देवी राठी कन्या महाविद्यालय तथा शासकीय महाविद्यालय ठेलकाडीह का आकस्मिक निरीक्षण किया। इन महाविद्यालयों में परीक्षा संचालन की स्थिति संतोषप्रद रही। कुलपति ने शासकीय शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय की प्राचार्य को निर्देशित किया कि परीक्षाओं में अधिक से अधिक महाविद्यालय के शिक्षक ही वीक्षकीय कार्य करें।
विश्वविद्यालय के दूसरे निरीक्षण दल ने अधिष्ठाता छात्र कल्याण, डॉ प्रशांत श्रीवास्तव के नेतृत्व में शासकीय खूबचंद बघेल स्नातकोत्तर महाविद्यालय, भिलाई 03, शासकीय मोहन लाल जैन महाविद्यालय, खुर्सीपार था सेंट थॉमस कॉलेज, भिलाई का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान तीनों महाविद्यालयों में परीक्षाएं सुचारू रूप से संचालित मिली। इस निरीक्षण दल में विश्वविद्यालय के क्रीडा संचालक, डॉ दिनेश नामदेव, सहायक कुलसचिव, हिमांशु शेखर मंडावी, दिग्विजय कुमार शामिल थें।