रायपुर। 22 दिसंबर को आरक्षण के मुद्दे पर आदिवासी विधायकों के प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन जाकर राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान विधायकों ने आरक्षण विधेयकों पर हस्ताक्षर करने की मांग की। जवाब में राज्यपाल अनुसुइया उइके ने उन्हें भी उन 10 सवालों की सूची थमा दी, जिसे वे शासन को पहले ही प्रेषित कर चुकी हैं। उन्होंने इन विधायकों से दू टूक कहा कि इन सवालों का जवाब सरकार से मिल जाए तो हस्ताक्षर कल हो जाएंगे। राज्यपाल ये सवाल 14 दिसंबर को ही सरकार को भेज चुकी हैं। राज्यपाल के साथ ये विधायक करीब एक घंटे तक रहे तथा राज्यपाल ने उनसे आरक्षण के मुद्दे पर खुलकर बात की।
आदिवासी विकास और स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम की अगुवाई में कांग्रेस के आदिवासी विधायकों का दल गुरुवार 22 दिसंबर की शाम राजभवन पहुंचा था। इसमें अधिकतर विधायक सरगुजा संभाग और मध्य क्षेत्र के थे। बस्तर क्षेत्र से केवल शिशुपाल शोरी और सावित्री मंडावी ही प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे ।
मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने राज्यपाल को बताई समस्या
बैठक के बाद पत्रकारों को मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया कि कांग्रेस के सभी आदिवासी विधायकों ने राज्यपाल से मिलकर आग्रह किया कि इसकी वजह से बहुत सी नियुक्तियां रुकी हुई हैं, कॉलेजों में प्रवेश रुक गया है। उन्होंने कहा कि इस बात को वे समझती भी हैं तथा इसके प्रति संवेदनशील हैं। डॉ. टेकाम ने कहा कि राज्यपाल भी चाहती हैं कि दस्तखत हो जाए इसीलिए सरकार से उन्होंने कुछ जानकारी मांगी है। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से उन्हें जानकारी मिल जाए तो वे तुरंत दस्तखत करने को तैयार हैं। राज्यपाल ने विधेयकों पर हस्ताक्षर करने से इनकार नहीं किया है। उनका कहना है कि लीगल एडवाइज ले रही हैं और कुछ जानकारियां सरकार से मांगी है। जैसे ही मिलती है वे दस्तखत करने को तैयार हैं।