रायपुर। शहर के डब्ल्यूवी केन्यान होटल में आज 20 नवंबर को तेलीबांधा और आईयूसीएडब्ल्यू की संयुक्त टीम ने छापामार कार्रवाई कर रशियन और पंजाब की 2 युवतियों को गिरफ्तार किया है, जो देह व्यापार के लिए टिकरापारा में रहने वाले दलाल धरम उर्फ राहुल के बुलावे पर पहुंची थीं। पुलिस का कहना है कि दलाल फरार है, जिसकी तलाश की जा रही है। मामले में वीडब्ल्यू केन्यान होटल के मैनेजर से भी पूछताछ की जा रही है। बड़ा सवाल ये है कि अपराध की जड़ें जमाते तक जिम्मेदार मौन क्यों साधे रहते हैं ? बड़े होटलों में इस तरह की अवैध गतिविधियों के पीछे आखिर वो कौन लोग हैं ? फरार दलाल का कोई बड़ा कनेक्शन भी होगा, कौन है वो ?
तेलीबांधा थाना प्रभारी भावेश गौतम ने बताया कि महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों की रोकथाम के लिए गठित दस्ते आईयूसीएब्ल्यू की प्रभारी ललिता मैहर के साथ कार्रवाई की गई। इस दौरान होटल डब्ल्यूवी केन्यान में तीनों महिलाएं अलग-अलग कमरों में ठहरी हुई थीं। पूछताछ में महिलाओं ने टिकरापारा के दलाल द्वारा ठहराए जाने की जानकारी दी। इन महिलाओं ने बताया कि उन्हें देह व्यापार के लिए ऑनलाइन भुगतान के जरिए बुलवाया गया था। पुलिस महिलाओं को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
शहर महानगरीय आपराधिक संस्कृति की गिरफ्त में और जिम्मेदार मौन
उल्लेखनीय है इस तरह की महानगरीय बीमारियों की गिरफ्त में शहर बहुत पहले से आ चुका है और तथाकथित बड़े लोगों का संरक्षण पाकर इस तरह की अवैध व आपराधिक गितिविधियां ऐसे बड़े होटलों में लगातार संचालित हो रही हैं। पकड़ी गई महिलाओं के मुताबिक उन्हें आनलाइन भुगतान किया गया था। यानी अब शहर में देह व्यापार भी हाईटेक हो चुका है। सवाल उठ रहे हैं कि शहर में इस तरह की आपराधिक या अवैध गतिविधियां एक दिन में तो नहीं पनप सकतीं, तो फिर जब ये गतिविधियां जड़ें जमा रही थीं तब ही इसके संचालकों पर वार क्यों नहीं किया गया ? लापरवाही व राजनीतिक गठजोड़ का ही नतीजा है ये कि मामला हाईटेक होकर आनलाइन भुगतान तक पहुंच गया और सारे जिम्मेदार मौन साधे रहे।
एसएसपी के निर्देश का इंतजार क्यों ?
प्रेस को जारी बयान के मुताबिक मुखबीर से इस संबंध में पुलिस को सूचना मिली थी कि कि एक ब्रोकर द्वारा देह व्यापार के लिए प्रदेश के बाहर से 3 लड़कियां बुलाकर अग्रसेन धाम मोड़ स्थित वीडब्ल्यू केन्यान होटल में रुवाया गया है। इस पर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने एक्शन लिया। बड़ा सवाल यह है कि हर मामले में एसएसपी के निर्देश का इंतजार क्यों किया जाता है ? क्या उसके पहले थाना स्तर पर कार्रवाई कर एसएसपी को सूचित नहीं किया जा सकता ? बयान के मुताबिक पुलिस टीम द्वारा सूचना की तस्दीक कर सूचना सही पाए जाने पर वीडब्ल्यू केन्यान होटल में जाकर चेक की गई। चेकिंग के दौरान 3 अलग-अलग कमरों में 3 महिलाएं जिनमें से 1 महिला उज्बेकिस्तान (रशियन) तथा 2 महिला पंजाब की निवासी मौजूद मिलीं। जारी प्रेसनोट के मुताबिक उच्चतम न्यायालय, नई दिल्ली द्वारा हाल ही में जारी किए गए आदेश का पालन करते हुए महिलाओं के विरूद्ध कार्रवाई नहीं की गई है तथा महिलाओं को साक्ष्य सूची में शामिल कर उनका बयान लिया जा रहा है।