बीपीसीएल के ट्रांसपोर्ट संघ की हड़ताल से राजधानी भारत पेट्रोलियम के पंप बंद पड़े हैं जिससे शहर में पेट्रोल की किल्लत हो गई है। ट्रांसपोर्ट संघ के चालक वाहन भाड़ा में कटौती तथा पिछले 4 से 5 वर्ष में किसी तरह की बढ़ोतरी न करने से नाराज हैं। पंपों पर लग रही वाहनों की लंबी लाइन से लोग परेशान हैं। शहर में पेट्रोल की किल्लत खड़ी हो गई है तथा आम लोगों को पेट्रोल के लिए लंबी कतार लगानी पड़ रही है।
राज्य के अधिकांश जिलों में पेट्रोल को लेकर दिक्कत की जानकारी मिल रही है क्योंकि छग में बीपीसीएल के करीब 800 पेट्रोल पंप हैं। बीपीसीएल के लखौली डिपो में ट्रांसपोर्ट संघ ने हड़ताल कर दी है। यह हड़ताल पिछले एक हफ्ते से चल रही है जिसका समाधान अब तक नहीं निकल पाया है।
मंत्री अमरजीत भगत से मिला ट्रांसपोर्ट संघ, मिला आश्वासन
छग सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति व उपभोक्ता मामले के मंत्री अमरजीत भगत से बीपीसीएल ट्रांसपोर्ट संघ के पदाधिकारियों ने मुलाकात की और समस्या से अवगत कराया। मंत्री ने बीपीसीएल के अधिकारियों से चर्चा कर ट्रांसपोर्ट संघ की मांग पर विचार कर समाधान निकालने के लिए कहा है।बीपीसीएल ने ईंधन के परिवहन के लिए निविदा आमंत्रित की है, जिसकी दरें आज से 5-6 वर्ष पुरानी हैं। तब से लेकर अब तक महंगाई में ज़मीन आसमान का अंतर आ गया है।
पेट्रोल-डीज़ल की कीमत 100 के पार जा चुकी है। दर में 30 प्रतिशत कमी के साथ बीपीसीएल द्वारा निविदा आमंत्रित की गई है। ट्रांसपोर्ट संघ ने इस पर आपत्ति दर्ज कराई और उचित रास्ता निकालने के लिए कैबिनेट मंत्री अमरजीत भगत से संपर्क किया। उनकी शिकायतों और मांग पर गौर करते हुए मंत्री अमरजीत भगत ने तत्काल सेक्रेटरी और अधिकारियों से बात कर ट्रांसपोर्ट संघ की मुश्किलों से अवगत कराते हुए उचित कार्यवाही करने को कहा। साथ ही उन्होंने बीपीसीएल के बंद पड़े पंपों को दुबारा संचालित करने को कहा ताकि ग्रामीण क्षेत्र में पेट्रोल/डीज़ल की आपूर्ति निर्बाध हो सके।
छग में इडियन ऑयल के 1500 और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के करीब 800 पेट्रोल पंप हैं जहां स्थिति सामान्य होने की बात कही जा रही है। ज्यादा दिक्कत बीपीसीएल के पंपों पर होने की बात कही जा रही है इधर मंदिरहसाैद डिपो के अफसर एएसएम निमेश और मैनेजर गौतम से संपर्क करने की कोशिश की गई, उनके फोन की घंटियां बजती रहीं लेकिन जवाब नहीं मिला।