एक दिवसीय प्रौद्योगिकी जागरूकता कार्यशाला का आयोजन

by sadmin

दुर्ग / महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिकीकरण संस्थान वर्धा (महाराष्ट्र) एवं दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय दुर्ग के संयुक्त तत्वाधान एवं जिला प्रशासन राजनांदगांव के सहयोग से आकांक्षी जिलों के गोठानों से संबंद्ध स्व सहायता समूहों/हितग्राहियों हेतु ‘‘एमगिरी, वर्धा द्वारा विकसित तकनीकों पर आधारित उद्यमिता विकास की संभावनाएं‘‘ विषय पर एक दिवसीय प्रौद्योगिकी जागरूकता कार्यशाला का आयोजन आज राजनांदगांव में डॉ. बल्देव प्रसाद मिश्र शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बसंतपुर राजनांदगांव मंे आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर राजनांदगांव श्री तारण प्रकाश सिन्हा, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय डॉ. एन.पी. दक्षिणकर विशिष्ट अतिथि मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत राजनांदगांव श्री लोकेश चंद्राकर, निदेशक विस्तार, दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय डॉ. आर.पी. तिवारी, कुलसचिव दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय डॉ. आर.के. सोनवाने उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवायें डॉ. राजीव देवरस, एमगिरी वर्धा (महा.) से आये हुए तकनीकी विशेषज्ञ डॉ. कर्मराज यादव, उपनिदेशक जैव प्रसंस्करण एवं जड़ी-बुटी विभाग, डॉ. जयकिशोर छंगाणी, सह-समन्वयक बिजनेस इन्क्यूबेशन सेंटर, डॉ. के. वेनकट राव, उपनिदेशक ग्रामीण शिल्प एवं अभियांत्रिकी, श्री एच.डी. सिन्नूर प्रमुख वैज्ञानिक खादी एवं वस्त्र विभाग एवं श्री सचिन राउत वरिष्ठ वैज्ञानिक ग्रामीण ऊर्जा एवं अधोसंरचना विभाग तथा जिला राजनांदगांव के विभिन्न 09 विकासखण्डों के गोठानों मंे कार्यरत महिला स्व सहायता समूह के लगभग 400 महिलाएं उपस्थित हुए। इस कार्यक्रम में महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिकीकरण संस्थान वर्धा (महाराष्ट्र) के विषय विशेषज्ञ प्रशिक्षको द्वारा खाद्य उत्पाद, हर्बल उत्पादन एवं विभिन्न पंचगव्य उत्पाद, जैव उर्वरक एवं जैव कीटनाशक, खादी, टेक्साटाईल्स, क्राफट एवं इंजीनियरिंग जैसे लकड़ी, बांस, धातु एवं मिट्टी के शिल्प का निर्माण, बायोगैस, सौर ऊर्जा, केमिकल इंडस्ट्री मैनेजमेंट सिस्टम नेटवर्किंग इत्यादि की तकनीकी जानकारी दी गई। जिससे योग्य हितग्राहियों का चयन कर भविष्य में व्यावसायिक प्रशिक्षण देकर आर्थिक गतिविधियों से जोड़ा जा सके और यह ही छत्तीसगढ़ शासन रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क (आरआईपीए) का मूल मंत्र भी है। जिसमें कामधेनू विश्वविद्यालय निरंतर इस दिशा में कार्य कर रहा है। कार्यक्रम के समापन डॉ. धीरेन्द्र भोंसले समन्वयक लाईवलीहुड बिजनेस इन्क्यूबेशन सेंटर दाऊ श्री वासुदेव चंद्राकर कामधेनु विश्वविद्यालय के द्वारा अतिथियों को स्मृति चिन्ह, शाल एवं श्रीफल द्वारा सम्मान करते हुए कार्यक्रम की समाप्ति की घोषणा किया गया।

Related Articles

Leave a Comment