दिवंगत गायिका भारत रत्न लता मंगेशकर के परिवार के सदस्यों ने गुरुवार सुबह गोदावरी नदी के तट पर बसे पवित्र रामकुंड में उनकी अस्थियां विसर्जित कीं। संक्षिप्त धार्मिक समारोह में उनके भतीजे आदिनाथ मंगेशकर, बहन आशा भोसले और अन्य परिजन मौजूद थे। इससे पहले, हिंदू पुजारियों द्वारा परिवार और कुछ करीबी लोगों की उपस्थिति में एक छोटा प्रार्थना समारोह आयोजित किया गया था। बाद में, अस्थियों को पवित्र रामकुंड में विसर्जित कर दिया गया। भगवान श्री राम 14 साल के वनवास के दौरान अपना दैनिक स्नान पवित्र रामकुंड में ही किया करते थे एवं उन्होंने अपने पिता राजा दशरथ का श्राद्ध भी यहीं किया था।
स्वर कोकिला लता मंगेशकर जी का 6 फरवरी को ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, विभिन्न केंद्रीय व राज्य कैबिनेट मंत्रियों और बॉलीवुड सेलेब्स की उपस्थिति में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। अगले दिन, आदिनाथ मंगेशकर ने ‘अस्थी’ वाले तांबे के कलशों को एकत्र किया और अंत में उन्हें यहां पवित्र रामकुंड में विसर्जित कर दिया। इससे पहले जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, वाई बी चव्हाण और अन्य कई नेताओं की अस्थियों को भी इसी पवित्र स्थान में विसर्जित किया गया था।