चंडीगढ़। पंजाब लोक कांग्रेस (पी.एल.सी.) अध्यक्ष कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने पंजाब में 20 फरवरी को होने वाले विधान सभा चुनावों के लिए अपनी पार्टी के 22 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। लिस्ट में जहां एक ओर प्रत्याशियों के जीतने की क्षमता का ख्याल रखा गया है, वहीं प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों और समाज के विभिन्न वर्गों को उचित प्रतिनिधित्व देने का भी पूरा ख्याल रखा गया है।
पंजाब लोक कांग्रेस (पीएलसी) प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ मिल कर चुनाव लड़ रही है। राज्य की कुल 117 सीटों में से पीएलसी के हिस्से में 37 सीटें आईं हैं। पार्टी सहयोगियों से बातचीत कर रही है, जिससे उसे कम से कम पांच सीटें और मिल सकें।
पीएलसी को जो 37 सीटें मिलीं हैं उनमें से 26 मालवा क्षेत्र से हैं जहां कैप्टन का जबर्दस्त प्रभाव है। उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्य मन्त्री ने पंजाब टरमिनेशन ऑफ वाटर एग्रीमेंट्स एक्ट, 2004 को विधान सभा में पारित करवा कर और बीटी कॉटन की पंजाब में बिजाई की शुरूआत कराकर लोगों के बीच जो लोकप्रियता हासिल की थी उसी का परिणाम था कि 2007 के विधान सभा चुनावों में कांग्रेस को भारी विजय हासिल हुई थी। इसके अलावा अभी हाल में कैप्टन ने किसान आन्दोलन का जमकर समर्थन किया, जिसकी किसानों में बहुत ही सकारात्मक प्रतिक्रिया हुई।
माना जा रहा है कि केन्द्र ने कृषि कानूनों को जिस प्रकार रद्द किया उसके पीछे भी कैप्टन की भारी भूमिका रही है। इसके अलावा कैप्टन का इस इलाके से मजबूत पारिवारिक रिश्ता है। ये क्षेत्र पूर्व पटियाला रियासत का ही हिस्सा हुआ करता था।
पीएलसी के हिस्से में माझा क्षेत्र की फिलहाल 7 सीटें आईं हैं जबकि दोआबा से चार सीटें मिली हैं। प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी करते हुए कैप्टन ने कहा कि जिन लोगों को टिकट दिए गए हैं वे बहुत मजबूत राजनीतिक साख वाले और अपने क्षेत्रों में अच्छा असर रखने वाले लोग हैं। इस लिस्ट में एक महिला फरजाना आलम खान हैं जो शिरोमणि अकाली दल की पूर्व विधायक और पूर्व डी.जी.पी. इजहार आलम खान की पत्नी हैं। वे मालवा के मलेरकोटला से चुनाव लड़ेंगी।
इनके अलावा कैप्टन अमरिंदर सिंह स्वयं इस लिस्ट में हैं जो अपनी उम्मीदवारी अपने गृह क्षेत्र पटियाला शहर से कल ही घोषित कर चुके हैं। आठ जाट सिख हैं। चार प्रत्याशी अनुसूचित जाति से जबकि तीन अन्य पिछड़ा वर्ग से हैं। इनके अलावा पांच हिन्दू चेहरे हैं, जिनमें तीन पंडित और दो अग्रवाल हैं।
कैप्टन व फरजाना आलम के अतिरिक्त मालवा के अन्य प्रमुख उम्मीदवार हैं पटियाला के वर्तमान मेयर संजीव शर्मा उर्फ बिट्टू शर्मा जो पिछले कई वर्षों तक जिला युवक कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे हैं। शर्मा को पटियाला ग्रामीण से लडने के लिए अधिकृत किया गया है।
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव, पंजाब सहकारी बैंक के भूतपूर्व चेयरमैन और पी.एल.सी. के इंचार्ज महासचिव (संगठन) कमलदीप सैनी खरड़ से चुनाव लड़ेंगे। जिला कांग्रेस कमेटी लुधियाना के पूर्व अध्यक्ष और पी.एल.सी. के वर्तमान जिला अध्यक्ष जगमोहन शर्मा लुधियाना पूर्व से मैदान में उतरेंगे। अकाली दल सरकार में सहकारिता मन्त्री के पुत्र सतिन्दरपाल सिंह ताजपुरी को लुधियाना दक्षिण सीट से लड़ाने का फैसला किया गया है।
लुधियाना के पूर्व वरिष्ठ उप मेयर और मानसा से अकाली दल के पूर्व विधायक प्रेम मित्तल आतमनगर से चुनाव लड़ेंगे जबकि दमनजीत सिंह मोही, जो युवा कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता रहने के साथ ही सरपंच रहे, जिला परिषद के सदस्य व मुल्लांपुर मार्केट कमेटी के चेयरमैन रहे को दाखा सीट से लड़ाया जा रहा है।
अवकाश प्राप्त पी.पी.एस. अधिकारी और लोकप्रिय दलित चेहरा मुखतियार सिंह को सुरक्षित सीट निहालसिंह वाला से टिकट दिया गया है। धर्मकोट से रविनदर सिंह ग्रेवाल को अधिकृत किया गया है जो एडवोकेट होने के साथ ही किसान और व्यवसायी भी हैं। पेशेवर डाक्टर अमरजीत शर्मा, जो एक दशक से भी अधिक समय
से लोगों के बीच काम कर रहे हैं, को रामपुरा फुल से लड़ाया जा रहा है।
भठिन्डा शहर से राज नम्बरदार को टिकट मिला है जो वहां का प्रमुख हिन्दू चेहरा होने के साथ ही नामी व्यवसायी, ट्रान्सपोर्टर और कृषक हैं। उल्लेखनीय है कि इनके पिता देव राज नम्बरदार ने भी 1985 में भठिन्डा से चुनाव लड़ा था। भठिन्डा ग्रामीण (सुरक्षित) से सवेरा सिंह चुनाव लड़ेंगे जो पूर्व विधायक स्वर्गीय मखन सिंह के पुत्र होने के साथ ही इस समय पंजाब वाटर रिसोर्सेस मैनेजमेंट कॉरपोरेशन के उप चेयरमैन भी हैं।
बुढलाडा (सुरक्षित) सीट से सूबेदार भोला सिंह हसनपुर को लड़ाने का फैसला किया गया है। ये 28 वर्षों तक भारतीय सेना में रहे और इन्हें इनके गांव का सरपंच सर्वसम्मति से चुना गया था। तीन बार म्युनिसिपल काउंसिलर रहे, बरनाला इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट के पूर्व सदस्य धर्म सिंह फौजी को भादौर (सु) सीट से लड़ाया जा रहा है। वे अकाली दल के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष भी रहे हैं।
सनौर से व्यवसायी और युवा सामाजिक कार्यकर्ता बिक्रमजीत इन्दर सिंह चहल को टिकट दिया गया है जो कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के निकट सहयोगी और सलाहकार बी.आई.एस. चहल के पुत्र हैं। पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव और पंचायत समिति के पूर्व सदस्य सुरिन्दर सिंह खेडकी को समाना से लड़ाया जा रहा है।