रायपुर में 8 जनवरी होने वाली स्वच्छता रैली स्थगित, बुधवार को मिले 1615 संक्रमित

by sadmin

छत्तीसगढ़ में कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए 8 जनवरी को रायपुर में होने वाली स्वच्छता रैली को स्थगित कर दिया गया है। राज्य सरकार द्वारा निर्धारित कोरोना गाइड लाइन के पालन में आगामी आदेश तक सभी रैलियों और आम सभाओं को स्थगित किया गया है।

कोरोना की तीसरी लहर कम्यूनिटी स्प्रेड के मुहाने पर पहुंच गई है। सामान्य तौर पर 100 लोगों की जांच में 5 लोगों के पॉजिटिव आने पर माना जाता है कि संक्रमण समुदाय में फैल चुका है। छत्तीसगढ़ की औसत पॉजीटिविटी रेट 4.32% तक पहुंच गई है। रायपुर में तो यह दर 8.56% के सर्वोच्च स्तर पर है। खास बात यह है कि संक्रमण बच्चों में तेजी से बढ़ रहा है। रायपुर में बुधवार को मिले संक्रमितों में 60 बच्चे शामिल हैं। इसके अलावा IIT होस्टल सेजबहार में 10 केस और मिले हैं।

स्वास्थ्य विभाग की ओर से देर रात जारी बुलेटिन के मुताबिक बुधवार को दिन भर में 37 हजार 393 नमूनों की जांच हुई। इसी दौरान 1615 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। प्रदेश भर में कुल 29 लोग कोरोना से ठीक हुए हैं। वहीं रायपुर में एक मरीज की मौत हो गई है। इसके बाद प्रदेश में अब मरीजों की संख्या बढ़कर 4562 हो गई है।

रायपुर में 491 नए मरीज सामने आए हैं। इसके बाद अब एक्टिव मरीजों की संख्या 1335 हो गई है। संक्रमण के फैलाव के हिसाब से बिलासपुर दूसरे नंबर पर है। बुधवार को वहां 250 नए मरीज मिले। अब वहां मरीजों की संख्या बढ़कर 764 हो गई है। दुर्ग में 187 और रायगढ़ में 157 नए मरीज मिले हैं। कोरिया, जशपुर, सरगुजा में भी संक्रमण की दर दोगुनी दर से बढ़ी है।

स्वास्थ्य सेवाओं को अलर्ट किया गया- छत्तीसगढ़ में एपिडेमिक कंट्रोल के डायरेक्टर डॉ. सुभाष मिश्रा का कहना है, ओमिक्रॉन संक्रमण की पुष्टि के बाद प्रदेश के सभी अस्पतालों को एलर्ट कर दिया गया है। इलाज और रोकथाम के लिए इंतजाम बढ़ा दिए गए हैं। ओमिक्रॉन के मरीजों को अलग वार्ड में रखने की तैयारी है। अधिकारियों ने बताया कि जांच की सुविधाएं बढ़ाने की कोशिश की जा रही है।

रायपुर-बिलासपुर में लौटा नाइट कर्फ्यू- बढ़े हुए कोरोना संक्रमण की वजह से रायपुर और बिलासपुर जैसे शहरों में नाइट कर्फ्यू लौट आया है। रायपुर में बुधवार रात 9 बजे से कर्फ्यू लागू कर दिया गया। पुलिस ने सड़कों-चौराहों पर उतरकर इसकी घोषणा की। उसके बाद सामान्य दुकानें बंद करा दी गईं। लोगों को इकट्‌ठा होने से रोका गया। उन्हें समझा-बुझाकर घरों की ओर भेज दिया गया। रायपुर कलेक्टर और एसपी रात में सड़कों पर उतरे।

 

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